सीबीजी सीएनजी का ही विकल्प, कृषि अपशिष्ठ से तैयार होगी बायो गैस : उद्योग मंत्री
पटना। बिहार में कंप्रैस्ड बायो गैस उत्पादन की व्यापक संभावनाएं हैं। दुनिया की नजर क्लीन एनर्जी-ग्रीन एनर्जी पर ही है। दौर बदल गया है। अब सीएनजी, पेट्रोल-डीजल के आयात पर निर्भरता कम होनी चाहिए। उक्त बातें मंगलवार को होटल मौर्या में आईओसीएल की ओर से आयोजित सतत योजना के तहत सीबीजी को बढ़ावा विषयक संगोष्ठी में उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा।
अगले सप्ताह युवाओं को सरकार देगी बड़ा तोहफा
मंत्री ने कहा कि अगले सप्ताह युवाओं को सरकार बड़ा तोहफा देगी। अभी इस संबंध में कुछ नहीं कहूंगा। टेक्सटाइल, लेदर पालिसी आ चुकी है। अब फूड प्रोसेसिंग पर भी नजर है। उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों के आयात पर निर्भरता कम करने के लिए सस्टेनेबल अल्टरनेटिव टुवार्ड्स अफोर्डेबल ट्रांसपोर्टेशन यानी सतत के तहत सीबीजी को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसमें बिहार सरकार भी भरपूर मदद करेगी।
गाड़ियां भी चलेंगी और खाना भी बनेगा
उन्होंने कहा कि सीबीजी सीएनजी का ही विकल्प है। सीबीजी प्लांट में कृषि अपशिष्ठ से बायो गैस तैयार होगी। इससे गाड़ियां भी चलेंगी और खाना भी बनेगा। बायो गैस क्षेत्र में 100 से अधिक कंपनियों से करार हुआ है। यह कहीं भी लग सकता है। उन्होंने कहा कि बिहार में 17 इथेनाल प्लांट को मंजूरी दी गई है। एक में कुछ परेशानी है। चाइना के बाद सबसे बड़ा इथेनाल प्लांट आरा में बना है। उद्घाटन बाकी है। कचरे से डीजल बनाने पर भी काम चल रहा है। यह 30 करोड़ रुपये की यूनिट है।
सीएनजी की तरह सीबीजी का भी होगा विस्तार
वहीं सेमिनार को संबोधित करते हुए इंडियन आॅयल के कार्यकारी निदेशक और राज्य प्रमुख विभाष कुमार ने कहा कि बिहार में सीबीजी का भविष्य उज्ज्वल है। बिहार में 60 सीएनजी स्टेशन लग चुके हैं। अगले साल तक आंकड़ा 100 पर पहुंच जाएगा। सीएनजी की तरह सीबीजी का भी विस्तार होगा। इसे देखते हुए ऊर्जा गंगा पाइप लाइन योजना से पेट्रोल पंपो को जोड़ा जा रहा है। देश में 5000 सीबीजी प्लांट लगाने की योजना है। बिहार में 106 आशय पत्र जारी किए गए हैं।
सीबीजी प्लांट तस्वीर बदल सकते हैं
कृषि विभाग के विशेष सचिव रविन्द्र नाथ राय ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग की एक बड़ी वजह एनर्जी की ज्यादा खपत है। सीबीजी प्लांट तस्वीर बदल सकते हैं। यह नैपियर ग्रास, पुआल, भूसा व अन्य कृषि अपशिष्ट पर आधारित हैं। बिहार में इसकी कमी नहीं है। तैयार सीबीजी को पेट्रोलियम कंपनियां खरीद लेंगी। इसका न्यूतम मूल्य 46 रुपये किलो है। इसमें सीएनजी के सापेक्ष वृद्धि होगी। फिलहाल यह 56 रुपये है। कार्यक्रम को आइओसीएल के महाप्रबंधक विजय कुमार ने भी संबोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन कार्पोरेट कम्युनिकेशन योजना एवं समन्वय की उप महाप्रबंधक वीणा कुमारी ने किया।