राजगीर जू सफारी में सामने आया टिकटों के ब्लैक करने का मामला, वनकर्मी के वायरल वीडियो ने मचाई सनसनी

राजगीर। बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में स्थित वाइल्ड लाइफ जू सफारी में टिकटों को ब्लैक करने का मामले सामने आ रहें हैं। एक वायरल वीडियो में यहां पर तैनात वनकर्मी सुजीत कुमार को टिकट ब्लैक करते स्पष्ट तौर पर देखा जा रहा है। वनकर्मी एक बाथरूम में टिकटों की हेराफेरी कर पैसे का आदान-प्रदान कर रहा है। इसका उद्घाटन कुछ ही दिनों पहले सीएम नीतीश कुमार ने किया था। नालंदा डीएफओ विकास अह्लावत ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच के बाद वनकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है। यह नेचर सफारी का वनकर्मी है। मामले की गहन जांच के लिए नेचर सफारी के एसीएफ को जांच पदाधिकारी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि जीरो टालरेंस के तहत वन विभाग कार्रवाई करेगी। इस मामले के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। आगे की जांच में अन्य दोषियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। वही वाइल्ड लाइफ जू सफारी के बगल में ही नेचर सफारी भी है। जू सफारी के डायरेक्टर हेमंत पटेल ने बताया कि वीडियो में दिख रहा वनकर्मी नेचर सफारी का है। नालंदा वन प्रमंडल की ओर से जांचोपरांत एक्शन लिया गया है। जू सफारी प्रशासन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है।
पर्यटक ने ही वनकर्मी का वीडियो बनाकर कर दिया था वायरल
विश्व पर्यटन के मानचित्र पर सुप्रसिद्ध राजगीर के वाइल्ड लाइफ जू सफारी में वनकर्मियों की ओर से टिकट ब्लैक करने की घटना एक धब्बे जैसा है। मामले ने काफी तूल भी पकड़ लिया है। इसे किसी पर्यटक ने ही बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया था। वीडियो वायरल होने के बाद वन प्रशासन हरकत में आया। जांच के बाद कर्मी को सस्पेंड किया गया हैं।
राजगीर जू सफारी में टिकटों का मिलना मुश्किल, टिकट ब्लैक करते युवक हो चुका है गिरफ्तार
जू सफारी जहां पर्यटकों को टिकट के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। अधिकांश पर्यटकों को घंटों लाइन में लगने के बाद भी टिकट नहीं मिल पाता है। बिना घूमे मायूस होकर वापस लौटने को विवश हो जाते हैं। ऐसे में वनकर्मी द्वारा टिकटों की हेराफेरी बड़ा सवाल खड़ा करता है। कुछ पर्यटकों की मानें तो निर्धारित दर से ब्लैकियर द्वारा कई गुना अधिक दाम में टिकट बेचा जाता है। वही कुछ माह पहले भी नेचर सफारी का टिकट ब्लैक करते युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उसके बाद भी वन प्रशासन सचेत नहीं हुआ। अब जू सफारी में वनकर्मी की ओर से ही ऐसा किया जा रहा है। इसके पहले जू सफारी की फर्जी वेबसाइट बनाकर भी ठगी करने का मामला सामने आया था।
