समस्तीपुर में कारपेंटर की हत्या से हडकंप, आपसी विवाद में मारी गोली, परिवार को देखकर हुआ फरार
समस्तीपुर। बिहार के समस्तीपुर जिले के पूसा थाना क्षेत्र के पातेपुर गोपीनाथ गांव में शुक्रवार शाम एक कारपेंटर की हत्या से गांव में हड़कंप मच गया। मृतक की पहचान जितेंद्र पासवान के रूप में हुई है, जो अपने काम से लौटते समय अचानक गोलीबारी का शिकार बन गया। आरोप है कि गांव के ही भोला सहनी और उसके भाई पंकज सहनी ने किसी पुराने विवाद को लेकर इस वारदात को अंजाम दिया। गोलीबारी की घटना से पूरे गांव में दहशत का माहौल है, वहीं पीड़ित परिवार अपने सदस्य की असामयिक मृत्यु से गहरे शोक में डूबा हुआ है। मृतक जितेंद्र पासवान शुक्रवार की शाम अपने काम से लौट रहा था। उसी समय रास्ते में भोला सहनी और उसके भाई पंकज ने उसे घेर लिया और किसी बात पर तीखी बहस हो गई। इसी बीच भोला सहनी ने गुस्से में आकर जितेंद्र पर गोली चला दी। गोली जितेंद्र के पेट में लगी, जिससे वह वहीं घायल होकर गिर पड़ा। बताया जा रहा है कि घटना के बाद भोला सहनी ने पहले पहल जितेंद्र को अस्पताल ले जाने का नाटक किया, ताकि किसी पर शक न हो, लेकिन इसी दौरान जितेंद्र के परिवार के लोग वहां पहुंच गए और आरोपी को पकड़ने की कोशिश की। परिजनों को देख भोला जितेंद्र को घायल अवस्था में ही छोड़कर मौके से फरार हो गया। जितेंद्र के परिवार ने उसे गंभीर हालत में सदर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार में इस हादसे के बाद शोक की लहर दौड़ गई है। जितेंद्र अपने परिवार का एक महत्वपूर्ण सदस्य था और उसकी अचानक मृत्यु ने पूरे परिवार को गहरे संकट में डाल दिया है। जितेंद्र की हत्या ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है, और लोगों के मन में डर और असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो गई है। घटना की सूचना मिलते ही समस्तीपुर के एसपी संजय पांडे घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की गहन जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि भोला सहनी और उसका भाई पंकज सहनी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और उनके पास अक्सर हथियार रहता है। गांववालों और परिवार के लोगों का भी कहना है कि भोला और पंकज आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं, जिससे पूरे गांव में डर का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और विभिन्न पहलुओं से जांच कर रही है कि हत्या के पीछे असली कारण क्या हो सकता है। हालांकि अभी तक हत्या का सही कारण स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस ने विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देते हुए परिवार के सदस्यों और गांव के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। पूसा थाना प्रभारी ने कहा कि जैसे ही परिवार की ओर से आवेदन दिया जाएगा, आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जितेंद्र और भोला सहनी के बीच किसी पुराने विवाद की बात सामने आ रही है, लेकिन घटना का वास्तविक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिरकार ऐसा क्या हुआ था जिससे भोला सहनी ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। आपसी रंजिश एक संभावित कारण माना जा रहा है, क्योंकि ग्रामीणों के अनुसार भोला और पंकज अक्सर आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहते थे और उनका झगड़ालू स्वभाव भी था। गांव के लोगों का कहना है कि भोला सहनी और उसके भाई के कारण गांव में पहले से ही असुरक्षा का माहौल था। लोग उनसे दूर रहने की कोशिश करते थे, क्योंकि वे अक्सर हथियार लेकर घूमते थे। यह भी मुमकिन है कि पुरानी दुश्मनी या किसी बात का बदला लेने के लिए ही इस हत्या को अंजाम दिया गया हो। इस हत्या कांड ने एक बार फिर से ग्रामीणों में असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है। गांव में भोला और पंकज जैसे अपराधियों की गतिविधियों पर रोक लगाने में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीणों का मानना है कि पुलिस को पहले ही इन अपराधी तत्वों पर सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए थी। अब जबकि मामला हत्या तक पहुंच गया है, ग्रामीणों को पुलिस से न्याय और सख्त कार्रवाई की उम्मीद है ताकि अपराधियों को कड़ी सजा मिले और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। समस्तीपुर के पातेपुर गोपीनाथ गांव में हुई इस हत्या ने न केवल परिवार को शोक में डुबो दिया है, बल्कि पूरे गांव को असुरक्षित महसूस करा दिया है। जितेंद्र की हत्या के पीछे का असली कारण जानने के लिए पुलिस पूरी गंभीरता से जांच कर रही है, और आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने की कोशिश कर रही है। गांववालों को अब न्याय की उम्मीद है और वे चाहते हैं कि इस हत्याकांड के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।