पटना में 70वीं बीपीएससी रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, जमकर की नारेबाजी
पटना। बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग जोर पकड़ने लगी है। बुधवार को सैकड़ों की संख्या में कैंडिडेट्स गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंचे हैं। जहां एग्जाम रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने आयोग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एक ही नारा एक ही मांग- री एग्जाम, री एग्जाम। इस प्रदर्शन को छात्र सत्याग्रह का नाम दिया गया है। 13 दिसंबर को पीटी परीक्षा के दिन अभ्यर्थियों ने पटना के बापू सेंटर पर जमकर हंगामा किया था। क्वेश्चन पेपर देरी से पहुंचने को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे एक अभ्यर्थी को पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने थप्पड़ जड़ दिया। जिसके बाद आयोग ने 16 दिसंबर को बापू सेंटर पर आयोजित परीक्षा रद्द कर दी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीपीएससी अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने कहा कि ‘राज्य के 912 में से 911 सेंटर्स से कोई शिकायत नहीं मिली। बापू परीक्षा परिसर में भी सेंटर था। वहां से बहुत सारे वीडियो सामने आए हैं। जिससे साफ पता चलता है कि अभ्यर्थियों के रूप में कुछ असामाजिक तत्व मौजूद थे। आईटी सेल वीडियो की जांच करेगी। बीपीएससी अध्यक्ष ने कहा था कि ‘पटना एसएसपी के लेवल पर दो टीम का गठन किया गया है। जो मामले की जांच कर रही है। आयोग की जांच में 25 से 30 लोगों की पहचान की गई है। उन पर आयोग कर्रवाई करेगा। वीडियो में साफ दिख रहा है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने परीक्षा में लेट प्रश्न पत्र मिलने को लेकर विवाद किया है। बापू सेंटर पर लेट से क्वेश्चन पहुंचा था। वहां बताया गया था कि आपको अधिक टाइम दिया जाएगा आप अपनी परीक्षा दें। 1 बजे के आसपास असामाजिक तत्वों ने परीक्षा दे रहे कई कैंडिडेट्स के प्रश्न पत्र छीन लिए। हमें काफी सारे ईमेल मिले हैं, जिसमें कई कैंडिडेट्स ने कहा कि हम सही तरह से परीक्षा दे रहे थे, लेकिन असामाजिक तत्वों ने परीक्षा नहीं देने दी।’