February 5, 2025

पटना में प्रशासन के खिलाफ फूटा कारोबारी का गुस्सा, नाला रोड में यातायात बाधित कर जमकर किया हंगामा

पटना। कदमकुआं थाना क्षेत्र के नाला रोड पर बुधवार को व्यापारियों का गुस्सा फूट पड़ा। वे सुरक्षा की मांग और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए और यातायात बाधित कर जमकर प्रदर्शन किया। व्यापारियों का आरोप था कि प्रशासन सुरक्षा देने में नाकाम रहा, जिससे उनकी दुकानें हमलों का निशाना बनीं। मंगलवार को बहादुरपुर थाना क्षेत्र के सैदपुर छात्रावास से निकल रहे प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान असामाजिक तत्वों ने नाला रोड की बंद दुकानों पर हमला कर तोड़फोड़ की। इस घटना से आक्रोशित व्यापारियों ने बुधवार को सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा होकर व्यवस्थित कानून व्यवस्था और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और सड़क जाम कर दी, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। व्यापारियों का कहना था कि वे रात-दिन मेहनत करके अपनी आजीविका चलाते हैं, लेकिन इस तरह की घटनाओं से उनका व्यापार प्रभावित होता है। उन्होंने प्रशासन से असामाजिक तत्वों की तुरंत गिरफ्तारी, सुरक्षा की गारंटी और व्यापारिक प्रतिष्ठानों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। उनका यह भी आरोप था कि अगर समय पर पुलिस सुरक्षा दी जाती, तो यह घटना नहीं होती। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने तत्काल कदम उठाए। मौके पर लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी समेत तीन थानों की पुलिस पहुंची और व्यापारियों को शांत कराने का प्रयास किया। पटना पुलिस और जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया कि घटना की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। प्रशासन ने यह भी कहा कि असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। व्यापारियों को भरोसा दिलाया गया कि पटना पुलिस उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी और अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी। हालांकि प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया, लेकिन व्यापारियों का गुस्सा कम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वे और बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। यह घटना पटना के व्यापारिक समुदाय के भीतर असुरक्षा और प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर बढ़ती चिंता को दर्शाती है। यदि प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लेता, तो भविष्य में इस तरह के प्रदर्शन और अधिक उग्र हो सकते हैं। पटना के नाला रोड पर हुए इस प्रदर्शन ने प्रशासन को अपनी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने और व्यापारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मजबूर कर दिया है। व्यापारियों की मांगें पूरी करना और शहर में कानून-व्यवस्था को दुरुस्त रखना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। इस घटना ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर व्यापारियों को पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिली, तो वे अपने अधिकारों के लिए आगे भी सड़क पर उतर सकते हैं।

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