लोकसभा के दंगल में अकेले चुनाव लड़ेगी बसपा, मायावती ने किया ऐलान
नई दिल्ली। बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने जन्मदिन पर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि 2024 का चुनाव बसपा अकेले ही लड़ेगी। किसी गठबंधन या पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। यानी, बसपा के इंडिया गठबंधन में शामिल होने की कयासबाजी पर विराम लग गया है। उन्होंने कहा, “मुझे अयोध्या में राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला है। मगर काम में व्यस्त होने के चलते मैंने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। मैं 22 जनवरी को आयोजित होने वाले कार्यक्रम का स्वागत करती हूं। हम बाबरी मस्जिद को लेकर भविष्य में होने वाले किसी भी कार्यक्रम का भी स्वागत करते हैं। हम सभी धर्मों की समानता की विचारधारा में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में मैंने भतीजे आकाश आनंद को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किया। इसके बाद मीडिया में यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि मैं राजनीति से संन्यास ले सकती हूं। मगर ऐसा नहीं है। मैं पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करती रहूंगी। उन्होंने कहा- गठबंधन से फायदा कम, नुकसान ज्यादा होता है। मायावती ने कहा कि अब देश में लोकसभा चुनाव होने में कम समय रह गया है। अगर मेरे दिशा-निर्देश में पार्टी के लोग अच्छा रिजल्ट लाते हैं तो यही मेरे बर्थडे पर उनकी तरफ से मेरे लिए उपहार रहेगा। मैं ये बात फिर से कह रही हूं कि लोकसभा चुनाव हम अकेले ही लड़ेंगे। किसी पार्टी से गठबंधन नहीं कर रहे हैं। हमारी पार्टी अकेले इसीलिए लड़ती है क्योंकि सर्वोच्च नेतृत्व दलित समाज से है। हमारा वोट तो ट्रांसफर हो जाता है, लेकिन गठबंधन का वोट हमारे में ट्रांसफर नहीं होता है। 1993 में समाजवादी पार्टी और 1996 में कांग्रेस से गठबंधन किया था तब हमें कोई फायदा नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि गठबंधन को लेकर हमारा अनुभव यही रहा है कि गठबंधन से हमें नुकसान ज्यादा होता है। इसी वजह से देश में ज्यादातर दल बीएसपी के साथ गठबंधन करना चाहते हैं। चुनाव बाद गठबंधन करने पर विचार किया जा सकता है। मायावती ने आगे कहा कि ईवीएम में काफी धांधली हो रही है, इसलिए बीएसपी को नुकसान हो रहा है। ईवीएम में धांधली को लेकर आवाजें उठने लगी हैं और हमें उम्मीद है कि जल्द ही ईवीएम पर रोक लगेगी।