मोतिहारी में व्यवसायी की निर्मम हत्या से सनसनी, अपराधियों ने सोये अवस्था में मार डाला
मोतिहारी। बिहार के मोतिहारी जिले के पकड़ीदयाल थाना क्षेत्र में एक व्यवसायी की निर्मम हत्या की घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है। मृतक का नाम छोटे लाल साह था, जो कि चैता पंचायत के बाजार टोला वार्ड नंबर तीन का निवासी था और आलू-प्याज का थोक व्यवसाय करता था। उसकी हत्या बीती रात धारदार हथियार से कर दी गई। इस जघन्य घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। घटना उस समय हुई जब छोटे लाल साह अपने धान के खेत में मोटर से पानी पटाने के बाद वहीं खटिया पर सो गया था। यह खेत उसके घर से कुछ दूरी पर वार्ड नंबर 2 में स्थित है। रात के दौरान, जब वह गहरी नींद में था, किसी ने धारदार हथियार से उसके सिर पर हमला कर उसकी हत्या करदी। सुबह जब लोग खेत की ओर गए, तो उन्होंने छोटे लाल साह के शव को देखा। उसके सिर पर गहरे कट के निशान थे, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि उसकी हत्या बड़ी ही क्रूरता से की गई थी। घटना की खबर फैलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई और बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर जमा हो गए। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी सुबोध कुमार, इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष शकुंतला कुमारी घटनास्थल पर पहुंचे और अपने स्तर से जांच शुरू की। पीड़ित परिवार और ग्रामीणों की मांग पर फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की टीम को बुलाया गया। मुजफ्फरपुर से आई फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच की और नमूने एकत्र किए। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घटना से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। मृतक के परिवार के सदस्यों की स्थिति बेहद दुखद है, वे घटना स्थल पर रोते-बिलखते देखे गए। इस घटना ने पूरे गांव में शोक की लहर फैला दी है। बिहार में लगातार बढ़ती अपराध की घटनाओं पर विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। तेजस्वी यादव ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिहार में अब कानून व्यवस्था नीतीश कुमार के नियंत्रण में नहीं है। अपराधी बेलगाम हो गए हैं और प्रशासनिक लापरवाही के कारण अपराध की घटनाएं रोज़ बढ़ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इन घटनाओं को रोकने में नाकाम हो रही है। हालांकि, सत्ता पक्ष के नेता इस आरोप का जवाब देते हुए लालू-राबड़ी के शासन काल की याद दिलाते हैं और उस समय के “जंगलराज” की बात करते हैं। उनका कहना है कि वर्तमान सरकार अपराध को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठा रही है, लेकिन विपक्ष इसे राजनीतिक रंग दे रहा है। इस जघन्य हत्या की घटना ने एक बार फिर बिहार में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अब तक हत्या के पीछे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। स्थानीय लोग इस घटना से सदमे में हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। देखना यह है कि पुलिस इस मामले में कब तक दोषियों को पकड़ने में सफल हो पाती है और न्याय दिला पाती है।