आंध्र प्रदेश में अभिनेता पवन कल्याण की जनसेना ने एनडीए से गठबंधन तोड़ा, चंद्रबाबू नायडू को दिया समर्थन
आंध्र प्रदेश। आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव अगले साल होने हैं। मगर अभी से यहां का सियासी पारा गर्म होने लगा है। पवन कल्याण की जनसेना पार्टी ने इसी कड़ी में बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए से अपना नाता तोड़ लिया है। गुरुवार को उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि अब बीजेपी ने नाता तोड़ चंद्रबाबू नायडू की पार्टी तेलुगू देशम पार्टी का समर्थन करेंगे। पवन कल्याण ने पिछले दिनों आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की पार्टी तेलुगु देशम पार्टी के साथ गठबंधन किया था। उन्होंने उनकी गिरफ्तारी का भी विरोध किया था। तब से ही माना जा रहा था कि वह बीजेपी से अलग हो सकते हैं। पवन कल्याण की जनसेना पार्टी ने जनवरी 2020 में भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिलाया था। दोनों पार्टियों ने तब फैसला किया था कि वे स्थानीय चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे मगर दोनों पार्टियों के बीच उठा पटक के कारण 2024 से पहले ही नाता तोड़ लिया है। हाल ही में जनसेना पार्टी ने चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी का समर्थन किया था और चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी पर आपत्ति जताई थी। दक्षिण में बीजेपी को लगातार झटके पर झटके लग रहे हैं। पिछले दिनों ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम ने भी एनडीए से किनारा कर लिया था और लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का एलान कर दिया था और अब पवन कल्याण की जनसेना पार्टी ने भी एनडीए एनडीए से किनारा कर लिया है। जनसेना पार्टी ने पिछले दिनों चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी के साथ गठबंधन किया था। चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी का जनसेना पार्टी लगातार विरोध कर रही थी। उस वक्त से ही यह माना जा रहा था कि जनसेना पार्टी एनडीए से अलग हो सकती है। गुरुवार को पवन कल्याण ने इसका औपचारिक एलान किया। जनसेना पार्टी 2020 के जनवरी महीने में बीजेपी के साथ आई थी। उस वक्त बीजेपी और जनसेना पार्टी से लोकसभा और विधानसभा का चुनाव साथ लड़ने का एलान किया था। इसी बीच जनसेना पार्टी की जनदीकियां तेलुगू देशम पार्टी के साथ बढ़ गईं। पिछले दिनों पार्टी प्रमुख पवन कल्याण ने तेलुगू देशम पार्टी के साथ गठबंधन की घोषणा की थी और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में 119 सीटों में से 32 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।