किसान की बेटी बीपीएससी में 198 रैंक लाकर एसडीएम बनी
बिक्रम। बेटी न बेटो से कम हर काम कर लेगी, ये स्लोगन केवल सुना था। लेकिन इसको बिक्रम की एक बेटी ने इसे सत्य कर के दिखाया है। बिक्रम के गोपालपुर की एक बेटी प्रियंका कुमारी ने बिहार लोकसेवा आयोग की परीक्षा में 198वां रैंक लेकर इलाके की रॉल मॉडल बन गई है। प्रखंड क्षेत्र के गोपालपुर गांव निवासी अमरेंद्र कुमार सिंह की 24 वर्षीय बड़ी पुत्री प्रियंका कुमारी को 198 रैंक लाकर एसडीएम बनी है। प्रियंका के पिता उड़ीसा में बच्चों की पढ़ाई के लिए एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं व माता सरिता देवी गृहणी हैं। जबकि दादा किसान है । प्रियंका की प्रारंभिक शिक्षा अपने नाना के यहां पलामू में की थी । बचपन से ही मेधावी छात्रा प्रियंका ने 2010 में मैट्रिक व 2012 में इंटर की परीक्षा दी है और उसके बाद बीएचयू में भूगोल विषय चयन कर बीए की परीक्षा पास की। प्रियंका की मां सरिता देवी ने बताया कि शादी के बाद बेटे की आस में चार बेटियों का जन्म हुआ। उस समय घर की माली हालात ठीक नही था ऊपर से समाज के लोगो का बेटे की ताना सुन्ना अलग था। पति घर गृहस्ति चलाने के लिए प्राइवेट कंपनी में जॉब करने निकल पड़े। जीवन मे काफी संघर्ष के बाद पहली बेटी ने कुछ कर दिखाया है। प्रियंका अपने चारों बहनों में सबसे बड़ी है। दूसरी नीतू कुमारी बीए, तीसरी रिंकी कुमारी मैट्रिक की परीक्षा देगी व सबसे छोटी अनन्या कुमारी चौथी क्लास में गांव पर ही रहकर पढ़ाई कर रही है।
प्रियंका का कहना है कि पहली बार बिहार लोक सेवा आयोग की प्रतियोगिता में ही सफल होने का श्रेय अपने माता पिता ईश्वर व गुरुजनों को दी है। प्रियंका बीएचयू में पढ़ाई के दौरान खेल कुद में 2006 से लेकर 2012 तक बैडमिंन्टन में चैंपियन रही। उसके बाद झारखंड स्टेट लेबल में फाईनल तक पहुंची थी।