शिक्षक बहाली के तीसरे चरण में 7 मार्च से शुरू होगी परीक्षा, 23 फरवरी तक ऑनलाइन आवेदन
- फेज 3 में ईबीसी/ओबीसी शामिल नही होंगे: टीआरई 4.0 का आयोजन अगस्त में, डोमिसाइल पर सरकार करेगी फैसला
पटना। बिहार सरकार इन दिनों प्रदेश में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए काफी प्रतिबद्ध दिखाई दे रही है। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए नीतीश सरकार ने शिक्षक बहाली के दो चरणों को सफलतापूर्वक आयोजित कर अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया है। इसी बीच मंगलवार को शिक्षक बहाली के तीसरे चरण के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक, बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि बीपीएससी टीआरई फेज-3 के लिए आवेदन की प्रक्रिया 10 फरवरी 2024 से शुरू होगी। इस भर्ती के लिए योग्य अभ्यर्थी 23 फरवरी तक आवेदन कर सकेंगे। 7 मार्च से 17 मार्च तक परीक्षा होगी। अगस्त में बीपीएससी टीआरई 4.0 का आयोजन होगा। हालांकि यह भी कहा है कि इसमें बदलाव भी किए जा सकते हैं। जल्द ही आयोग की आधिकारिक वेबसाइट का इसका विस्तृत नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा और अभ्यर्थी जाकर आवेदन कर सकेंगे। तीसरे चरण के लिए मार्च में जबकि चौथे चरण के लिए अगस्त में बीपीएससी परीक्षा आयोजित करेगा। बीपीएससी के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने बताया है कि बिहार में शिक्षक बहाली फेज 3 के लिए 10 से 23 फरवरी तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा। बीपीएससी 7 से 17 मार्च तक तीसरे चरण की शिक्षक बहाली के लिए परीक्षा आयोजित करेगा। तीसरे चरण की शिक्षक बहाली के लिए प्राइमरी से प्लस टू तक के लिए परीक्षा ली जाएगी।
फेज 3 में ईबीसी/ओबीसी शामिल नही होंगे
यह परीक्षा की तिथि निश्चित नहीं है। लेकिन अनुमानित है। इलेक्शन की वजह से डेट बदल भी सकती है। फेज 3 में ईबीसी/ओबीसी शामिल नही होंगे। क्योंकि उनका सप्लीमेंट्री आ चुका है। फिलहाल पदों की संख्या कितनी होगी, ये शिक्षा विभाग की ओर से नहीं मिली है। लेकिन अतुल प्रसाद ने कहा की बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली होगी। सप्लीमेंट्री का कोई प्रवधान नहीं है। क्योंकि उनका सप्लीमेंट्री आ चुका है। फिलहाल पदों की संख्या कितनी होगी। ये शिक्षा विभाग की ओर से नहीं मिली है। लेकिन, चेयरमैन अतुल प्रसाद ने कहा कि बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली होगी।
शिक्षा विभाग और एससी एसटी वेलफेयर दोनों की परीक्षा आयोजित की जाएगी
बीपीएससी चेयरमैन अतुल प्रसाद ने कहा, ‘एससी-एसटी विभाग की अधियाचना बाद में आने के चलते उसे शिक्षा विभाग की वैकेंसी के साथ ही जोड़ दिया गया था। चूंकि शिक्षा विभाग का सप्लीमेंट्री रिजल्ट नहीं आ रहा है इसलिए एससी-एसटी विभाग का भी नहीं आएगा। ईबीसी बीसी वेलफेयर का सप्लीमेंट्री आ गया है। तो अब टीआरई 2.0 की प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। अगस्त में टीआरई 4.0 होगा। इससे पहले मार्च में टीआरई 3.0 होगा। चूंकि सप्लीमेंट्री रिजल्ट नहीं जारी किया जा रहा है इसलिए आप इसे सप्लीमेंट्री एग्जाम के तौर पर ले सकते हैं। शिक्षा विभाग और एससी एसटी वेलफेयर दोनों की परीक्षा आयोजित की जाएगी। अतुल प्रसाद ने बताया है कि विभागों के बीच में चयन का प्रावधान नहीं होगा। मल्टीपल रिजल्ट देने की आयोग की बाध्यता है। किसी भी वर्ग के लिए अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे। अगस्त में चौथे चरण की शिक्षक बहाली होगी। फेज तीन की बची सीटों को फेज चार में जोड़ा जाएगा।
डोमिसाइल लागू करने का निर्णय सरकार का होगा
पहले की तरह इस बार भी नेगेटिव मार्क्स नहीं रहेंगे। इस बार भी मल्टीपल रिजल्ट दिया जाएगा। लेंग्वेज क्वालिफाइंग ही रहेगा। बहाली में डोमिसाइल लागू करने का निर्णय सरकार का होगा। उन्होंने कहा कि फेज तीन में प्रश्न पत्र का लेबल हाई होगा। कटऑफ का निर्धारण आयोग नहीं परीक्षार्थी करते हैं। आयोग निगेटिव मार्किंग करने को तैयार नहीं है। अभ्यर्थियों को आवेदन की अंतिम तिथि 23 फरवरी तक इस भर्ती के लिए पात्र होना है। ऐसे में बिहार एसटीईटी 2024 और प्रशिक्षण के अंतिम वर्ष के प्रशिक्षु मार्च में होने वाली टीआरई 3.O भर्ती परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। इसके चलते एसटीईटी कर रहे अभ्यर्थी काफी मायूस हैं।
करीब 70 हजार सीटों पर होंगी नियुक्तियां
शिक्षा विभाग ने तीसरे चरण की शिक्षक बहाली की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए जिलों से रिक्तियां मांगी गयी हैं। विज्ञापन का प्रारूप भी तैयार किया जा रहा है। इस चरण में 70 हजार से ज्यादा खाली पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। हालांकि, अभी पूरा डेटा उपलब्ध नहीं हुआ है। जिलों से शिक्षा विभाग को रिक्तियों की जानकारी मिलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। रिक्तियां मिलने के बाद शिक्षा विभाग जिला शिक्षा पदाधिकारियों के माध्यम से रोस्टर क्लीयरेंस की कवायद शुरू करेगा। वहीं इन नियुक्तियों के लिए फरवरी के आखिरी सप्ताह तक विज्ञापन जारी किया जा सकता है। ऐसी भी संभावना है कि एक माह के भीतर परीक्षा प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी। रोस्टर क्लीयरेंस की कवायद डीएम कराएंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारियों से रिक्तियां प्राप्त होने के बाद शिक्षा विभाग उसकी गणना की जांच करेगा। आगामी नियुक्तियों की गणना अगस्त 2024 को आधार मानकर की जाएगी। साल 2022 में राज्य में शिक्षकों के कुल 2.47 लाख पद खाली थे। इनमें से पहले चरण में केवल एक लाख दो हजार रिक्तियां ही भरी जा सकीं। शेष पदों को दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति में शामिल कर लिया गया।