सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को मिली जेड प्लस सुरक्षा, केंद्र ने किया बदलाव
पटना। बिहार के दो डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। पहले से दोनों नेताओं के पास सीआरपीएफ की वाई श्रेणी की सुरक्षा थी। जेड प्लस सर्वोच्च सुरक्षा घेरा माना जाता है। इसमें 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो और पुलिसकर्मी समेत 55 ट्रेंड जवानों की तैनाती होती है। इनका काम संबंधित व्यक्ति की 24 घंटे सुरक्षा करनी होती है। गौरतलब है कि बिहार की नई सरकार में बीजेपी कोटे से इन दोनों नेताओं को डिप्टी सीएम बनाया गया है। जेड प्लस श्रेणी वीवीआईपी को दी जाती है। पीएम नरेंद्र मोदीऔर बिहार के सीएम नीतीश कुमार जैसे नेताओं को ये सुरक्षा मिली हुई है। इसमें 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो तैनात होते हैं। ये जवान हर तरह से ट्रेंड होते हैं। किसी भी तरह की चुनौती से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। इनके पास मॉर्डन टेकनॉलजी के हथियार होते हैं।ओबीसी नेता सम्राट चौधरी की पार्टी में सात साल से भी कम समय पहले शामिल होने के बाद से जबरदस्त प्रगति हुई है। शकुनी चौधरी के बेटे सम्राट चौधरी ने राजद सुप्रीमो की पत्नी राबड़ी देवी के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री के रूप में राजनीति के क्षेत्र में कदम रखा था। शकुनी चौधरी सेना में जवान रहने के बाद राजनीति में आये थे और उन्होंने कांग्रेस के सदस्य के रूप में अपनी राजनीति की शुरुआत की थी लेकिन लालू प्रसाद और नीतीश कुमार की पार्टी में कई बार उन्होंने पाला बदला। सम्राट चौधरी 2005 में सत्ता से बेदखल होने के बाद काफी समय तक राजद के साथ रहे लेकिन 2014 में एक विद्रोही गुट का हिस्सा बन गए और जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली जदयू सरकार में शामिल हो गए । बीजेपी ने सम्राट चौधरी को प्रदेश का उपाध्यक्ष बनाया और बाद में उन्हें बिहार विधान परिषद में भेजी। वर्ष 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में राजग की जीत के बाद उन्हें नीतीश कुमार सरकार के मंत्रिमंडल में जगह मिली।सम्राट चौधरी को पिछले साल मार्च में राज्य बीजेपी अध्यक्ष नामित किया गया था। सम्राट चौधरी ने पिछले साल नीतीश कुमार द्वारा बीजेपी का साथ छोड़ने के बाद अपने सिर पर पगड़ी बांध ली थी और कसम खायी थी कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने के बाद ही इसे वह खोलेंगे। बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अनुभवी और सवर्ण जाति से ताल्लुक रखने वाले नेता विजय कुमार सिन्हा राज्य विधानसभा में अध्यक्ष, राज्य सरकार में मंत्री और नेता प्रतिपक्ष जैसे विभिन्न पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। उन्हें बीजेपी विधायक दल का उपनेता चुना गया। विजय सिन्हा लखीसराय विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीसरी बार विधायक के रूप में निर्वाचित हुए हैं। प्रभावशाली भूमिहार समुदाय से ताल्लुक रखने वाले विजय सिन्हा 2010 में पहली बार विधायक बने और सात साल बाद उन्हें श्रम संसाधन मंत्री बनाया गया। 2020 में बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए चुना गया।