2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का होगा सुपड़ा साफ : डॉ. अखिलेश
- बिहार परिवर्तन के लिए बेचैन है : डॉ. अखिलेश
पटना। परिवर्तन का संकल्प लेकर पिछले 4 दिनों में मैंने 5 जिलों का दौरा किया जिनमे भोजपुर, बक्सर, कैमूर, सासाराम और औरंगाबाद। दिल में एक बात थी कि लोगों का मिजाज जानू कि परिवर्तन के प्रति उनकी सोच क्या है और उनका नजरिया क्या है। और जो अपार जन समर्थन मिला उसके आधार पर मैं कह सकता हूं कि बीजेपी सरकार के परिवर्तन के लिये बिहार तैयार है और बेचैन भी। यह बातें बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कही। वे पार्टी मुख्यालय, सदाकत आश्रम में बिहार के किशनगंज से एकलौते कांग्रेस लोकसभा सांसद मो. जावेद के सम्मान में आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। बता दे की मो. जावेद को हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की केन्द्रीय चुनाव समिति में सदस्य के तौर पर मनोनीत किया गया है। डॉ. सिंह ने आगे कहा कि इससे पहले मैं सिवान, बेगूसराय और गया में रैली कर चुका हूँ। और मैं पूरे विश्वास के साथ अब यह बात कह सकता हूँ कि बिहार परिवर्तन का मन बना चुका है। बल्कि यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि बिहार केन्द्र की मौजूदा मोदी सरकार का परिवर्तन के लिए तैयार बैठा है। और आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का सुपड़ा यहां से साफ हो जायेगा। वही इस अवसर पर डॉ. सिंह ने मो. जावेद से अपने ताल्लुकात को याद करते हुए कहा कि सन् 2000 में मैं और जावेद साहव दोनों बिहार विधान सभा के सदस्य थे और बाद में एक ही साथ बिहार सरकार में मंत्री भी रहे। कांग्रेस के प्रति उनकी निष्ठा उल्लेखनीय रही है। केन्द्रीय चुनाव समिति में जावेद साहेव का आना बिहार कांग्रेस के लिए गौरव की बात है और व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए सौभाग्य की बात है।
वही इस अवसर पर कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं ने मो. जावेद को सम्मानित किया और बधाईयाँ दी। इनमें जो प्रमुख हैं वे हैं पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान, विधान परिषद में कांग्रेस दल के नेता डॉ. मदन मोहन झा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शकील अहमद, चंदन वागची, बिहार सरकार के मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम, पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक, अवधेश कुमार सिंह, प्रेमचन्द्र मिश्रा, डॉ. समीर कुमार सिंह, डॉ. अशोक कुमार, विजय शंकर दूबे, वीणा शाही, नरेन्द्र कुमार, संजीव प्रसाद टोनी, राजेश कुमार, इजरारूल हुसैन, प्रतिमा कुमारी दास, विजेन्द्र चैधरी, डॉ. अजय कुमार सिंह, ब्रजेश प्रसाद मुनन, ब्रजेश पाण्डेय, निर्मल वर्मा, डॉ. अजय कुमार सिंह, बंटी चैधरी, लाल बाबू लाल एवं पूनम पासवान।