सीएम नहीं चार अधिकारियों के भरोसे चल रहा है बिहार सरकार: डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह
- नैतिकता की दुहाई देने वाले सीएम नीतीश कुमार, सबसे असहाय सीएम, भगवान भरोसे चल रहा बिहार
पटना। बिहार में सरकार भगवान भरोसे चल रही है और यहां आम जनता की छोड़िए कैबिनेट मंत्रियों को भी कोई सुनने वाला नहीं है। सरकार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तीन से चार आशीर्वाद प्राप्त अधिकारी ही चला रहे हैं। ये बातें बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित संवाददाता सम्मेलन सह मिलन समारोह में कही। हल्ला बोल के संयोजक अनुपम कुमार को सदस्यता दिलाने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रोज के अखबारों की खबरें पढ़ने के बाद समझ आती है कि बिहार में शासन प्रशासन का इकबाल खत्म हो चुका है और जिसे जैसे मन वैसे सरकारी संरक्षण में काम किए जा रहा है। अखबारों के हेडलाइंस को दिखाते हुए उन्होंने कहा कि बच्ची की मौत के बाद पटना के पीएमसीएच में उसके आंख को निकाल दिया गया और इसपर कानून का कोई संज्ञान नहीं है। तो पिछले दो दिनों से बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री मदन सहनी का बयान जिसमें उन्होंने कहा कि राजधानी छोड़कर दरभंगा में बैठ गया हूं क्योंकि उनके विभाग के अपर मुख्य सचिव के द्वारा कोई फाइल ही नहीं भेजा जाता है। ये बताने के लिए काफी है कि राज्य में सरकार के मंत्रियों की भी सुनवाई नहीं है तो जनता की कौन सुनें। संवैधानिक गरिमा को तार तार करके मंत्रियों के यहां फाइल नहीं पहुंच रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जब समय नहीं है तो फाइल किसके पास जा रहा है ये गौर करने वाली बात है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि पड़ोसी राज्य झारखंड में चुनाव चल रहे हैं और प्रधानमंत्री लगातार बिहार से झारखंड के लिए बीच चुनाव में घोषणा करके आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। बिहार में चुनावी साल है और ऐसे में इस साल राज्य को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा लगातार घोषणाएं ही होंगी जो धरातल पर कभी नहीं उतरती हैं। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि अनुपम कुमार अपने संगठन हल्ला बोल के माध्यम से लगातार राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं के हक की लड़ाई लड़ते रहें हैं और इन्होंने विभिन्न आंदोलनों का नेतृत्व किया और अपने सामाजिक आंदोलनों के माध्यम से मुकाम दिया। सदस्यता ग्रहण करने के बाद हल्ला बोल के संयोजक अनुपम कुमार ने कहा कि उनके साथ 55 केंद्रीय सदस्यों और सैकड़ों समर्थकों ने भी कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के कर्मठता और संघर्ष से प्रभावित होकर दामन थामा है।संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह के अलावे पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक, कोषाध्यक्ष निर्मल वर्मा, ब्रजेश पाण्डेय, राजेश राठौड़, लाल बाबू लाल, ब्रजेश प्रसाद मुनन, ज्ञान रंजन, सौरभ सिन्हा, स्नेहाशीष वर्द्धन पाण्डे, शिशिर कौन्डिल सहित अन्य नेतागण मौजूद रहें।