वैक्सीन और स्वास्थ्य सेवा पर सरकार कर रही फोकस : प्रत्यय अमृत
पटना । लॉकडाउन की वजह से कोरोना के मामले घटने लगे हैं पर अभी भी बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है। बिहार सरकार इसी पर काम कर रही है। बिहार के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि 2 मई को बिहार में पॉजिटिविटी रेट 15.7 था, जो 11 मई को घटकर 8.9 हो गया है। लॉकडाउन का प्रभाव अब दिखने लगा है।
उन्होंने लोगों से अनुरोध करते हुए कहा कि सभी लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य रूप से करें, क्योंकि लड़ाई अभी बाकी है। उन्होने बताया कि इस दौरान सरकार वैक्सीन और स्वास्थ्य सेवा पर फोकस कर रही है। इसके साथ ही लोगों तक इस लॉकडाउन में भोजन कैसे पहुंचे? इसको लेकर काम कर रही है। स्वास्थ्य और आपदा विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि अब तक 18 से 45 वर्ष से कम आयु के 3 लाख 178 लोगों के टीकाकरण का काम पूरा हो गया है।
प्रदेश में 18 से 45 वर्ष के लोगों के लिए 6 लाख 48 हजार 280 वैक्सीनेशन का डोज उपलब्ध है। वहीं 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए 85 लाख 50 हजार 82 डोज उपलब्ध हैं। यानी कुल स्टॉक में 91 लाख 98 हजार 362 डोज उपलब्ध है। जिन लोगों का दूसरा डोज का डेट आ चुका है। वे डोज लगवा लें। समय पर डोज नहीं लेने से फर्स्ट डोज का कोई मतलब नहीं रहेगा। संविदा के आधार पर 1,000 डॉक्टरों का नियोजन करना है। 10 मई को साक्षात्कार के माध्यम से संविदा पर 500 डॉक्टरों को नियोजित किया गया है। 14 मई को शेष डॉक्टरों का नियोजन किया जाएगा।
प्रत्यय अमृत ने बताया कि राज्य सरकार की तरफ से प्रत्येक राशन कार्डधारी परिवारों के बीच मई माह में एक माह का राशन मुफ्त में वितरित किया जाएगा। राज्य में गरीब, असहाय व्यक्तियों के दो वक्त के भोजन के लिए 5 मई से 119 सामुदायिक किचेन का संचालन शुरू किया गया है, जिनकी संख्या 12 मई तक बढ़कर 345 हो गई है। सामुदायिक किचेन के माध्यम से अब तक 2 लाख 81 हजार 488 लोग लाभान्वित हुए हैं| एम्बुलेंस, सिटी स्कैन और निजी अस्पतालों का दर भी निर्धारित किया गया है।