बिहार बोर्ड ने सोशल मीडिया पर भी कई बोर्ड को पीछे छोड़ा, 15 लाख से अधिक हुए सोशल मीडिया फॉलोअर्स
पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति न केवल परीक्षा आयोजन और परिणामों की घोषणा में तेजी के लिए मशहूर है, बल्कि अब यह सोशल मीडिया पर भी देश के अन्य बोर्डों को पीछे छोड़ रहा है। बिहार बोर्ड ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है और वर्तमान में इसके 15 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं।
सोशल मीडिया पर बिहार बोर्ड की बढ़ती पकड़
बिहार बोर्ड ने सूचना प्रसार के पारंपरिक तरीकों से आगे बढ़ते हुए डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को भी अपनाया है। इससे न केवल छात्रों को समय पर अपडेट मिल रहे हैं, बल्कि शिक्षक, अभिभावक और शिक्षा क्षेत्र से जुड़े अन्य लोग भी लाभान्वित हो रहे हैं।
बिहार बोर्ड की डिजिटल रणनीति
बिहार बोर्ड की डिजिटल उपस्थिति का मुख्य उद्देश्य छात्रों तक सही और सटीक जानकारी समय पर पहुंचाना है। अब तक, बिहार बोर्ड ने परीक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण तिथियां, रिजल्ट की घोषणा, परीक्षा केंद्रों की सूची, और अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं सोशल मीडिया के माध्यम से साझा की हैं। राज्य के अन्य सरकारी संस्थानों की तुलना में बिहार बोर्ड का डिजिटल प्रभाव कहीं अधिक है। विशेष रूप से एक्स पर बिहार बोर्ड के फॉलोअर्स की संख्या अन्य सभी सरकारी संस्थानों से अधिक हो गई है।
छात्रों और शिक्षकों के लिए उपयोगी साबित हो रहा सोशल मीडिया
बिहार बोर्ड का सोशल मीडिया चैनल केवल छात्रों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि शिक्षक, स्कूल के प्रधानाचार्य, और अन्य शिक्षा अधिकारियों को भी इससे लाभ मिल रहा है। उन्हें परीक्षा से संबंधित अपडेट, रिजल्ट की घोषणा, परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि आदि की जानकारी आसानी से मिल रही है। शिक्षकों और स्कूल प्रशासन वे बोर्ड द्वारा लागू की जाने वाली नई नीतियों और दिशा-निर्देशों से अवगत हो रहे हैं।
फर्जी अकाउंट्स से बचने की अपील
बिहार बोर्ड ने छात्रों और अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे केवल बोर्ड के आधिकारिक सोशल मीडिया पेजों को ही फॉलो करें और किसी भी अफवाह या गलत जानकारी से बचें। बोर्ड ने यह भी कहा कि कई फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स बोर्ड के नाम से चलाए जा रहे हैं, जो गलत सूचनाएं फैला सकते हैं। इसलिए, स्टूडेंट्स को चाहिए कि वे केवल बिहार बोर्ड के सत्यापित पेजों पर भरोसा करें।
बिहार बोर्ड बना अन्य बोर्डों के लिए मिसाल बिहार बोर्ड की यह डिजिटल उपलब्धि अन्य राज्य शिक्षा बोर्डों के लिए एक मिसाल है। कई अन्य बोर्ड अभी भी पारंपरिक संचार माध्यमों पर अधिक निर्भर हैं, जबकि बिहार बोर्ड ने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को प्राथमिकता देकर एक नई पहल की है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का सोशल मीडिया पर बढ़ता प्रभाव यह दर्शाता है कि अब शिक्षा क्षेत्र भी डिजिटल रूपांतरण की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इससे छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को वास्तविक समय में अपडेट प्राप्त हो रहे हैं, जिससे उनकी परेशानियां कम हुई हैं। बिहार बोर्ड की यह पहल न केवल राज्य में बल्कि पूरे देश में अन्य बोर्डों के लिए प्रेरणादायक साबित हो रही है।