BIHAR : युवा इंटक ने केंद्रीय श्रम मंत्री को लिख पत्र, प्रस्तावित वेतन संहिता की गिनाई खामियां, दिया सलाह
केंद्र द्वारा प्रस्तावित वेतन संहिता श्रमिक विरोधी : आशुतोष
पटना। युवा इंटक के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार, श्रम नियोजन मंत्रालय एवं संसदीय कार्यसमिति के अध्यक्ष को पत्र लिखकर प्रस्तावित वेतन संहिता पर विरोध दर्ज कराते हुये इसे वापस लेने की मांग की है। आशुतोष ने अपने 15 पन्नों के पत्र में 20 मुख्य बिंदुओं पर प्रस्तावित वेतन संहिता की खामियां गिनाई, साथ ही श्रम मंत्री को वेतन संहिता में सुधार हेतु सलाह भी दिया है।
उन्होंने कहा है कि भविष्य की चुनौतियों को देखते हुए एवं वास्तविक परिपेक्ष्य में नियोजक एवं श्रमिक की स्थिति के मद्देनजर नई वेतन संहिता सरकार के वादों की तरह बिल्कुल ही खोखली नजर आती है। सूट-बूट वाले इस सरकार की वेतन संहिता को पढ़कर ऐसा लगता है जैसे इसे एसी रूम में बैठकर बनाई गयी हो क्योंकि इसमें श्रमिक एवं नियोजक को होने वाली परेशानी का जिक्र तक नहीं है। किसान एवं लघु उद्योग जो कि आज देश की डूबती अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं उनके लिए रियायतों का कोई भी योजना सरकार द्वारा उपलब्ध नहीं कराया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
आशुतोष ने आगे कहा कि इंटक “खुशहाल श्रमिक समृद्ध देश” के उद्देश्य से काम करती है एवं इस तरह के मजदूर विरोधी वेतन संहिता का पुरजोर विरोध करती है। उन्होंने आगे कहा है कि अगर श्रम मंत्रालय प्रस्तावित वेतन संगीता को वापस नहीं लेता एवं दिए गए सुझावों पर अमल करते हुए वेतन संहिता में संशोधन नहीं करता तो इंटक देशव्यापी आंदोलन करने पर बाध्य होगी।