BIHAR : गंगा का जलस्तर गांधी घाट और हाथीदह में खतरे के निशान से ऊपर, 16 जिलों की 1,333 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित
पटना। अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू एवं जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने बिहार के विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर अद्यतन जानकारी दी।
जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने बताया कि कोसी नदी में शुक्रवार को वीरपुर में दिन के 2 बजे 1,07,995 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति स्थिर है। गंडक नदी में बाल्मीकिनगर बराज पर 1,11,500 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति बढ़ने की है। सोन नदी में इन्द्रपुरी बराज पर 95,390 क्यूसेक डिस्चार्ज है और इसकी प्रवृत्ति राइजिंग है। बागमती नदी का जलस्तर ढेंग और सोनाखान में राइजिंग ट्रेंड में है। शेष सभी स्थलों पर जलस्तर का ट्रेंड फॉलिंग है। बूढ़ी गंडक के जलस्तर में सभी गेज स्थलों पर घटने की प्रवृति है। गंगा नदी का जलस्तर इलाहाबाद, वाराणसी और बक्सर में राइजिंग ट्रेंड में है जबकि दीघा, गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर एवं कहलगांव में जलस्तर की प्रवृत्ति स्थिर या घटने की है। गंगा का जलस्तर गांधी घाट में खतरे के निशान से 05 सेंटीमीटर, हाथीदह में 26 सेंटीमीटर और कहलगांव में 18 सेंटीमीटर ऊपर है। शेष सभी नदियों का जलस्तर फॉलिंग या स्थिर है। पूर्वानुमान के मुताबिक बिहार और नेपाल की सभी नदियों के बेसिन में लाइट टू मोडरेट वर्षापात होने की संभावना व्यक्त की गयी है। बिहार में गंडक नदी के बेसिन में छिटपुट जगहों पर भारी वर्षा होने की संभावना व्यक्त की गयी है।
अब बाढ़ की स्थिति धीरे-धीरे हो रही सामान्य
वहीं अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू ने बताया कि नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। समस्तीपुर में 05 और खगड़िया में 1 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। इन सभी 06 राहत शिविरों में लगभग 5,186 लोग आवासित हैं। प्रभावित इलाकों में 84 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 75,142 लोग भोजन कर रहे हैं। अब तक प्रभावित इलाकों से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बोट्स के माध्यम से 5,50,792 लोगों को निष्क्रमित किया गया है। अब बाढ़ की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक बाढ़ प्रभावित 13,22,691 परिवारों के बैंक खाते में प्रति परिवार 6,000 रुपये की दर से कुल 793.61 करोड़ रुपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है।