झारखंड बीजेपी में जल्द होगी बड़ी टूट, महागठबंधन के संपर्क में पार्टी के कई विधायक : मृत्युंजय तिवारी
पटना। बिहार की राजनीति में एक बार फिर से गर्माहट आ गई है। इस बार चर्चा का केंद्र झारखंड है, जहां आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बड़ा दावा किया है कि झारखंड बीजेपी के कई विधायक महागठबंधन के संपर्क में हैं। उनका कहना है कि राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में बड़ी टूट होने वाली है। यह दावा झारखंड के राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा सकता है। मृत्युंजय तिवारी के इस दावे ने झारखंड की राजनीति में भूचाल ला दिया है। उनका कहना है कि झारखंड में बीजेपी के कई विधायक महागठबंधन के संपर्क में हैं और जल्द ही बीजेपी में टूट देखने को मिलेगी। इस दावे ने राजनीतिक विशेषज्ञों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या सच में झारखंड बीजेपी में इतनी बड़ी उथल-पुथल होने वाली है। तिवारी का कहना है कि बीजेपी विरोधी दलों में तोड़फोड़ करने की कोशिश करती है, लेकिन झारखंड में उसे इसका कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड में बीजेपी अपनी हार मान चुकी है और महागठबंधन की सरकार फिर से बनेगी। उनका कहना है कि झारखंड में महागठबंधन की स्थिति मजबूत है और बीजेपी का जनाधार लगातार घट रहा है। झारखंड की राजनीति में एक और बड़ी घटना हो रही है। तिवारी ने बताया कि चंपाई सोरेन, जो कि कोल्हान टाइगर के नाम से जाने जाते हैं, 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल होंगे। चंपाई सोरेन का बीजेपी में शामिल होना महागठबंधन के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है, खासकर आदिवासी बहुल इलाकों में जहां उनकी पकड़ काफी मजबूत है। कोल्हान में विधानसभा की कुल 14 सीटें हैं और चंपाई सोरेन का इन सीटों पर काफी प्रभाव है। चंपाई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने से महागठबंधन को नुकसान हो सकता है, लेकिन मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि इससे महागठबंधन को झारखंड विधानसभा चुनाव में कोई बड़ा नुकसान नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को खुद को संभालने की जरूरत है, क्योंकि महागठबंधन की स्थिति अभी भी मजबूत है। आरजेडी के प्रवक्ता ने यह भी बताया कि झारखंड विधानसभा चुनाव में महागठबंधन पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरेगा। पिछले विधानसभा चुनाव में आरजेडी ने सात सीटों पर चुनाव लड़ा था और इस बार सीटों की संख्या पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। तिवारी ने कहा कि महागठबंधन का मुख्य उद्देश्य बीजेपी को रोकना है और इसके लिए सभी दल मिलकर काम करेंगे। उन्होंने हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड में महागठबंधन सरकार की तारीफ की और कहा कि महागठबंधन का जनाधार झारखंड में मजबूत है। हेमंत सोरेन के खिलाफ चल रहे जमीन घोटाला मामले पर उन्होंने कहा कि अगर वह जेल जाते हैं तो भी महागठबंधन की स्थिति पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का यह दावा कि बीजेपी के कई विधायक महागठबंधन के संपर्क में हैं, राज्य की राजनीति में नए समीकरण पैदा कर सकता है। तिवारी के दावों से यह स्पष्ट होता है कि झारखंड में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं। चंपाई सोरेन का बीजेपी में शामिल होना महागठबंधन के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है, लेकिन महागठबंधन इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। अब देखना यह होगा कि आगामी विधानसभा चुनाव में किसकी जीत होती है और किसकी हार।