भागवत को मिला तेजस्वी का साथ, कहा- मणिपुर पर संघ प्रमुख ने देर से ही सही, पर सच कहा है
पटना। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान के बाद सियासी हलचल बढ़ गई है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भागवत के बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि संघ प्रमुख ने मणिपुर के मामले में सच कहा है, भले ही थोड़ी देर से बोले हों। तेजस्वी ने कहा कि मोहन भागवत का यह कहना कि वास्तविक सेवक अहंकारी नहीं होते, बिल्कुल सही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा मौन रहते हैं, चाहे वह मणिपुर की घटना हो, किसानों पर हमले हों, महिला पहलवानों का शोषण हो या बेंगलुरु में महिलाओं के साथ शोषण। ऐसे वक्त में भी प्रधानमंत्री मौन रहे। मोहन भागवत ने ठीक कहा है लेकिन देर से बोले हैं। वहीं केंद्रीय मंत्रियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारे के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि बिहार से एनडीए के 30 सांसद चुनकर गए हैं। पिछली बार भी 39 सासंद चुने गए थे लेकिन बिहार को कुछ नहीं मिला था। लेकिन इस बार बिहार निर्णायक भूमिका में है तो कम से कम बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। देशभर में जातीय गणना कराया जाए। इसके साथ ही जो अन्य जरूरी मांगे हैं उसे पूरा कराएं। बिहार के जो सांसद मंत्री बने हैं, कम से कम उनसे तो यह अपेक्षा रखी जानी चाहिए कि वह बिहार के लिए आवाज उठाएंगे। मोदी कैबिनेट में एक भी मुसलमान को जगह नहीं मिलने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि यह दिखाता है कि मुसलमानों के प्रति उनके मन में कितनी नफरत है। हमारा मानना है कि सभी को बराबर मान-सम्मान मिलना चाहिए और हर किसी को आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि बिहार से मंत्री बने सांसद बिहार के लिए आवाज उठाएंगे।