सनसनीखेज-बेऊर जेल के निलंबित सुपरीटेंडेंट पर सीएम नीतीश कुमार के फुफेरे भाई की हत्या का आरोप,जांच के निर्देश..
पटना। बेऊर जेल के निलंबित कारा अधीक्षक विधु कुमार की मुसीबतें थमने का नाम नहीं ले रही है।अभी मिली ताज़ी जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री सचिवालय को प्राप्त एक शिकायत के आवेदन में इस बात का उल्लेख किया गया है कि विधु कुमार की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फुफेरे भाई कामेश्वर सिंह हत्याकांड में अहम भूमिका भी थी। गत दिसंबर माह में मुख्यमंत्री सचिवालय में जांच हेतु एक आवेदन दिया गया।जिसमें बेउर जेल के निलंबित कर अधीक्षक विधु कुमार पर कई संगीन आरोप लगाए गए हैं।इन्हीं आरोपों में एक मुख्यमंत्री के फुफेरे भाई कामेश्वर सिंह की हत्याकांड में शामिल रहने का है। उक्त आवेदक के आधार पर मुख्यमंत्री सचिवालय से गृह विभाग को जांच हेतु निर्देश अग्रसरित किया गया है। उल्लेखनीय है कि विधु कुमार पर पिछले 4 जनवरी को आर्थिक अपराध इकाई ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में छापेमारी की थी। इसके लगभग 15 दिनों के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया इस बीच विधु कुमार पर लगे संगीन आरोपों की गहराई से छानबीन के आदेश दे दिए गए हैं।
निलंबित कारा अधीक्षक विधु कुमार पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रिश्तेदार ( फुफेरा भाई ) कामेश्वर सिंह की हत्या करने का आरोप लगा है । इस संबंध में मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, मानवाधिकार आयोग, चीफ़ जस्टिस पटना हाईकोर्ट को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है । आवेदन में दिए गये अक्षरशः अंश – माननीय नीतीश बाबू बेऊर जेल अधीक्षक विधु कुमार के संबंध में आपको अवगत कराना चाहते हैं कि स्व . श्री कामेश्वर बाबू की हत्या रेलवे पूल का रंगदारी मांगने में नहीं देने पर की दिया गया था । उस हत्या में शिवजी सिंह उर्फ़ धुँआ बाबा का हाथ था , जिसमें मेन शूटर का काम जेल अधीक्षक विधु कुमार के द्वारा किया गया था तथा इनके साथ में सिसमाचक के अरविंद सिंह थे । वहां से कांड करने के बाद सभी लोग करनौती गांव विधु कुमार के ननिहाल में आकर सभी रुके हुए थे । फिर शाम को मारुति कार से निकले थे । जिसमे अथमलगोला पुलिस पकड़ लिया, उसके बाद विधु कुमार एवं अरविंद कुमार किसी भी प्रकार पुलिस को चकमा देकर भागते हुए पटना रोड नंबर- 3, गर्दनीबाग में शरण लेने हेतु गए, जहां अरविंद सिंह को पुलिस इनकाउंटर कर दिया, जिसमें एक व्यक्ति भागने में सफल रहे थे । वह व्यक्ति विधु कुमार ही है जो भागकर दिल्ली में छुपे हुए थे । माननीय नीतीश बाबू ये सारी सूचनाएं किसी द्वेष की भावना से नहीं दी जा रहीं है।बल्कि ये सारी बातें एक दम वास्तविक है कि आपके फुफेरे भाई कामेश्वर बाबू की हत्या इसी बेऊर जेल अधीक्षक विधु कुमार के द्वारा किया गया है।
कारा अधीक्षक विधु कुमार पर लगे आरोप की जांच के लिए मुख्यमंत्री सचिवालय ने अपर मुख्य सचिव गृह विभाग को जांच कर आवश्यक कार्रवाई के लिए कहां है । जेल आईजी को भी कार्रवाई के लिए लिखा गया है। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में निलंबित चल रहे बेऊर जेल के पूर्व कारा अधीक्षक विधु कुमार अब नए सिरे से फंसते हुए दिख रहे हैं। ऐसे में इनके खिलाफ कई स्तर पर कार्रवाई की संभावनाएं दिख रही है।इतना ही नहीं अप्रत्यक्ष रूप से विधु कुमार का साथ देने वाले सरकारी तंत्र में व्याप्त ‘पावरफुल’ शख्सियतों पर भी मुख्यमंत्री सचिवालय की कुपित दृष्टि पड़ सकती है।