5 फीसदी आरक्षण का फार्मूला बिहारवासियों के लिए हितकारी : उमेश कुशवाहा
- दलितों व पिछडों की हकमारी अब बर्दाश्त नहीं की जायेगी : उमेश कुशवाहा
पटना। आज जदयू की ओर से मुजफ्फरपुर जिला के साहेबगंज विधानसभा में एक दिवसीय जननायक कर्पूरी चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वही इस कार्यक्रम में पार्टी के माननीय प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे। वही इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंगनी लाल मंडल, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष भारती मेहता, राम बाबू कुशवाहा, नरेंद्र पटेल, अरुण पटेल समेत पार्टी कई वरिष्ठ पदाधिकारीगण उपस्थित रहे। वही इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वंचित व शोषित समाज को उनका वाजिब अधिकार सुनिश्चित कराने हेतु आरक्षण के दायरे में बढ़ोतरी का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। उन्होंने आगे कहा कि देश में नीतीश कुमार से बड़ा दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज का कोई हितैषी नहीं है। उमेश कुशवाहा ने आगे कहा कि जिस प्रकार जननायक कर्पूरी ठाकुर सदैव शोषित व कमजोर तबको के उत्थान के लिए चिंतित रहते थे उसी प्रकार नीतीश कुमार भी असहाय वर्गों के लिए हमेशा फिक्रमंद रहते हैं। आरक्षण में बढ़ोतरी से विकास की मुख्य धारा से दरकिनार हो चुका समाज आर्थिक, शैक्षणिक और सामाजिक रूप से सशक्त होगा। बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए सभी वर्गों सशक्तिकरण जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा जातीय गणना के कार्य में बाधा उत्पन्न करने का पूरी जोड़ प्रयास कर रही थी। शोषित एवं वंचित वर्गों को उनका हक ना मिले यही बीजेपी की कोशिश रहती है। उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार आने के बाद देश की संवैधानिक और लोकतांत्रिक बुनियादें है कमजोर हुई है। भाजपा द्वारा सरकारी एजेंसी का दुरुपयोग अपने राजनीतिक हित को साधने के लिए हो रहा है। उन्होंने आगे कहा की BJP द्वारा जनता को गुमराह करने का प्रयास 2024 में सफल नहीं होगा। हम सभी को एकजुट होकर प्रत्येक मतदाताओं को जागरूक करना है व भाजपा को 2024 में केंद्र की सत्ता से उतार फेंकने करने का संकल्प लेना है। उन्होंने कहा कि भीम संसद कार्यक्रम के माध्यम हम दलित विरोधी केंद्र सरकार को दिल्ली की सत्ता से उखाड़ फेंकने संकल्प लेंगे। दलितों व पिछडों की हकमारी अब बर्दाश्त नहीं की जायेगी। भाजपा आरक्षण को खत्म करना चाहती है। डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान को मिटाना चाहती है। हम सभी को भाजपा के इस मानसिकता के खिलाफ मिलकर लड़ना है।