February 5, 2025

मणिपुर में मुख्यमंत्री के काफिले पर उग्रवादियों का हमला, दो जवान घायल

इम्फाल। मणिपुर में हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। जिरिबाम जिले में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह हिंसा प्रभावित इलाकों के दौरे पर जाने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही उनके सुरक्षा काफिले पर उग्रवादियों ने हमला कर दिया। इस हमले में दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। हमला नेशनल हाईवे 53 पर कोटलेन गांव के पास हुआ, जब उग्रवादियों ने सुरक्षा काफिले पर गोलीबारी की। घायल होने वालों में सीआईडी राज्य पुलिस का एक जवान और सीआईएसएफ का एक जवान शामिल हैं। घायलों को तुरंत इलाज के लिए इंफाल भेजा गया। जिरिबाम में हालात तब से बिगड़े हुए हैं जब 6 जून को अज्ञात लोगों ने एक व्यक्ति का सिर कलम कर दिया था। इसके बाद से कई घर, वाहन और सरकारी कार्यालय आगजनी का शिकार हुए और सैकड़ों लोग इलाका छोड़कर चले गए। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह इसी तनावग्रस्त इलाके का जायजा लेने जा रहे थे। जिरिबाम, जो इंफाल से 220 किलोमीटर दूर और असम की सीमा से सटा हुआ है, पहाड़ियों में बसे कुकी समुदाय की आबादी वाला क्षेत्र है। एक अधिकारी के मुताबिक, सुरक्षा काफिला जिरिबाम की ओर बढ़ रहा था, तभी झाड़ियों से अचानक गोलीबारी शुरू हो गई। सुरक्षाबलों ने हमलावरों का जवाब भी दिया, लेकिन दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। इस हमले के बाद पुलिस कमांडो और असम राइफल्स ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। मणिपुर में हिंसा का दौर एक साल से ज्यादा समय से चल रहा है। पिछले साल 3 मई को मैतेई समुदाय की अनुसूचित जाति दर्जे की मांग के विरोध में कुकी समुदाय द्वारा मार्च निकाला गया था, जिसके बाद से हिंसा भड़क उठी थी। तब से अब तक प्रदेश में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। राज्य में मैतेई समुदाय की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है, जबकि कुकी समुदाय की आबादी 40 प्रतिशत के करीब है। इस हमले और जारी हिंसा के मद्देनजर सुरक्षा बलों को और सतर्कता बरतने की जरूरत है। राज्य सरकार को स्थिति को नियंत्रण में लाने और शांति बहाल करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।

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