अतिक्रमण में मनमाना जुर्माना-तोड़फोड़ पर निगम कार्यालय का किया घेराव-प्रदर्शन
पटना सिटी (आनंद केसरी)। कोर्ट के आदेश पर नगर निगम के पदाधिकारियों के द्वारा मनमाने ढंग से तोड़फोड़ कर जुर्माना लगाने के खिलाफ नगर निगम सिटी अंचल गेट का घेराव कर प्रदर्शन किया गया। महागठबंधन के द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस नेता परवेज अहमद और संचालन पूर्व पार्षद बलराम चौधरी ने कहा कि दुकानदार और गृहस्वामी से मनमाने तरीके से जुर्माना वसूल किया जा रहा और दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है। हम के अंजनी पटेल और सीपीआई के देवरत्न प्रसाद ने कहा कि जनता को आतंकित कर शारीरिक और मानसिक शोषण किया जा रहा है। माले के सचिव नसीम अंसारी और पूर्व पार्षद धर्मेन्द्र प्रसाद मुन्ना ने कहा कि कोर्ट का आदेश अतिक्रमण हटाने का है, न कि लोगों पर अत्याचार करना है। राजद नेता मो. जावेद , विनोद यादव और सीपीएम के कुशवाहा नन्दन ने कहा कि जनता पदाधिकारियों की मनमानी से त्राहिमाम कर रही है। एमपी-एमएलए संवेदनहीन बने हैं। इस दौरान हिदायत अहमद, अजीत सिंह कुशवाहा, बबलू जायसवाल, डॉ विनोद अवस्थी, शारीफ अहमद रंजरेज, रामचन्द्र पंकज, सत्यनारायण मिश्र, फारवर्ड ब्लॉक के बलिराम विश्वकर्मा, माले के रामनारायण सिंह, ललन यादव आदि ने भी संबोधित किया। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल पटना मेयर सीता साहू, डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू और नगर आयुक्त अनुपम कुमार सुमन से मिला। इस दौरान कहा गया कि बिना नोटिस दिए छज्जा तोड़ा जा रहा और मनमाना जुर्माना वसूला जा रहा। पुरानी दिल्ली की तरह पटना सिटी भी पुराना ऐतिहासिक शहर है। पुराने डिजाइन के कलाकृति वाले छज्जे को तोड़ा जा रहा। क्या अशोक राजपथ पर ट्राम चलाने की योजना है। पूर्व में क्यों नहीं इस तरह के निर्माण पर रोक लगाया गया। दुकान-प्रतिष्ठान में लगे बोर्ड को तोड़ फाइन वसूला जा रहा। कभी इसे लेकर कोई नोटिस या अनुमति लेने की बात नहीं कि गई। रोड पर सुर इसके किनारे अतिक्रमण को हटाना है, न कि दोमंजिला छज्जा को। सिटी में अबतक वेंडिंग जोन फुटपाथी दुकानदारों को आवंटित नहीं किया गया है, मगर उन सबों को उजाड़ने और जुर्माना करने का अभियान जारी है।