BIHAR : आशा कार्यकर्ताओं और रसोईयों ने दिया धरना, पीएम और सीएम को भेजा मांग पत्र
![](https://www.amritvarshanews.in/wp-content/uploads/2021/05/asha-karmi.jpg)
पटना। बिहार के नवादा, मुंगेर, कटिहार, पूर्वी चंपारण, सिवान, पटना आदि दर्जनों जिलों में सोमवार को आशा कार्यकर्ताओं और रसोईयों ने धरना देकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा। आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि कोरोना काल की ड्यूटी हम सभी से बिना बेहतर मेडिकल सुरक्षा इंतजाम के ली जी रही है और पारिश्रमिक के बतौर कोरोना भत्ता 1000 रुपए दिए जा रहे हैं। इससे गांव-टोला घूमने का रिक्शा-टेम्पो का खर्च भी नहीं निकलेगा। जबकि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को वो भी नहीं दिया जा रहा है। विद्यालय रसोईयों से काम तो लिए जा रहे हैं लेकिन उन्हें कोई भत्ता नहीं दिया जा रहा है। महीनों से उन्हें मिलने वाली अत्यल्प राशि भी नहीं मिली है। इससे वे भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। ममता तो सीधे ओटी में काम करती हैं लेकिन उन्हें भी कुछ नहीं दिया जा रहा है।
स्कीम वर्कर्स फेडरेशन की राष्ट्रीय संयोजक और आशा कार्यकर्ता संघ की राज्य अध्यक्ष शशि यादव ने जानकारी देते हुए कहा कि सभी स्कीम वर्कर्स को 10 हजार रुपये का मासिक कोरोना भत्ता देने, 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने और कोरोना ड्यूटी में आवश्यक उपकरण देने और 50 लाख का जीवन बीमा कवर सुरक्षित करने की मांगों पर देशव्यापी आंदोलन का आयोजन किया गया। इससे जुड़ा मांग पत्र स्वास्थ्य मंत्री, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को भी भेजा गया।
उन्होंने कहा कि सरकार स्कीम वर्कर्स को बंधुआ मजदूर समझती है, जहां कोई भी श्रम कानून का पालन नहीं होता है। कोरोना ड्यूटी करते हुए दर्जनों आशाओं की मौत बिहार में हुई है लेकिन सरकार के पास इसके आंकड़े तक नही हैं। स्कीम वर्कर्स संक्रमित होकर बीमार पड़ रही हैं, उनके इलाज की व्यवस्था भी राज्य सरकार नहीं कर रही है। कार्यक्रम का नेतृत्व मालती राम, सोहिला गुप्ता, सावित्री देवी, जूही आलम, कुसुम कुमारी, विद्यावती पांडे, सुनैना कुमारी, जुली कुमारी, विजयलक्ष्मी, अनुराधा आदि दर्जनों नेताओं ने किया।
![](https://www.amritvarshanews.in/wp-content/uploads/2023/10/WhatsApp-Image-2023-10-12-at-6.29.32-PM.jpeg)