जेल से रिहा होकर बाहर आए बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह, कहा- भगवान घर देर है अंधेर नहीं
पटना। बाहुबली और मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह आज सुबह 5 बजे बेऊर जेल से बाहर आ गए। जेल से निकलने के बाद पूर्व विधायक ने कहा कि बाहर आकर बढ़िया लग रहा है। वो यहां से सीधे अपने पैतृक गांव लदमा के लिए रवाना हो गए। अनंत सिंह के बेटे अंकित कुमार ने कहा कि हमें कोर्ट पर भरोसा था। हमारे परिवार को यकीन था कि पापा जेल से बाहर आएंगे। भगवान के घर में देर है अंधेर नहीं। बुधवार को पटना हाईकोर्ट ने एके-47 और आवास से बुलेट प्रूफ जैकेट मिलने के केस में उन्हें बरी कर दिया है। पूर्व विधायक के खिलाफ अब एक भी केस पेंडिंग नहीं है। इसके बाद ही अनंत सिंह के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया था। अनंत सिंह का यह बयान उनके जीवन की कठिनाइयों और उन पर लगे आरोपों से जुड़ा हुआ है। एक समय था जब अनंत सिंह को बाहुबली के रूप में जाना जाता था और उनका नाम कई आपराधिक मामलों में लिया जाता था। बिहार की राजनीति में उनकी छवि एक मजबूत और प्रभावशाली नेता की रही है। लेकिन समय के साथ, वे कानूनी प्रक्रियाओं का सामना करते रहे और उन्हें कई सालों तक जेल में रहना पड़ा। जेल से बाहर आने के बाद अनंत सिंह ने अपनी रिहाई को भगवान की कृपा बताया और कहा कि वे हमेशा सत्य के मार्ग पर चले हैं। उन्होंने अपने समर्थकों का धन्यवाद किया और कहा कि उनकी रिहाई से यह साबित होता है कि सत्य की हमेशा जीत होती है। यह बयान उनके जीवन में आई कठिनाइयों और संघर्षों का प्रतीक है, जहां उन्होंने न्यायिक प्रक्रिया का सामना किया और अंततः निर्दोष साबित हुए। अनंत सिंह की रिहाई से उनके समर्थकों में खुशी की लहर है। उनके समर्थकों ने इसे न्याय की जीत के रूप में देखा है और उनके स्वागत में जोरदार आयोजन किया। अनंत सिंह के जेल से बाहर आने के बाद उनके राजनीतिक करियर में एक नया मोड़ आने की संभावना है। उनके समर्थक मानते हैं कि उनकी वापसी से बिहार की राजनीति में एक नई ऊर्जा का संचार होगा। इसके अलावा, अनंत सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि वे अब अपनी राजनीतिक यात्रा को और मजबूती से आगे बढ़ाना चाहते हैं। उनका कहना है कि उन्होंने जेल में रहते हुए भी अपने सिद्धांतों और मूल्यों से समझौता नहीं किया। उन्होंने कहा कि जो लोग उन पर आरोप लगाते रहे, वे अब उनके निर्दोष साबित होने से खामोश हो जाएंगे। अनंत सिंह के इस बयान और उनके जेल से रिहा होने के बाद की स्थिति ने बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मचा दी है। उनकी वापसी से राजनीतिक समीकरणों में बदलाव आने की संभावना है, और उनके समर्थक अब उनकी अगली राजनीतिक चाल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस प्रकार, अनंत सिंह की रिहाई एक महत्वपूर्ण घटना है जो न केवल उनके जीवन में बल्कि बिहार की राजनीति में भी एक नया अध्याय जोड़ने वाली है। उनके बयान “भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं” ने यह संदेश दिया कि सत्य और न्याय की हमेशा जीत होती है, चाहे समय कितना भी लगे। उनके समर्थक इस बात को लेकर आशान्वित हैं कि अनंत सिंह की वापसी से उन्हें नए सिरे से नेतृत्व मिलेगा और वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे।