CM नीतीश बोले- दरभंगा में एम्स का निर्माण मेरी ही पहल पर, डीएमसीएच का भी होगा विस्तार
- मुख्यमंत्री ने दरभंगा में प्रस्तावित एम्स एवं डीएमसीएच के पुनर्गठन को लेकर की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को दरभंगा में प्रस्तावित एम्स की अधिग्रहित की गई भूमि का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके पश्चात डीएमसीएच आॅडिटोरियम में मुख्यमंत्री ने दरभंगा एम्स तथा अवशेष भूमि पर डीएमसीएच के पुनर्गठन हेतु समीक्षा बैठक की। समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव कौशल किशोर ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से दरभंगा एम्स की प्रस्तावित जमीन के हवाई सर्वेक्षण की वीडियो फुटेज, नजरी नक्शा, 4 लेन कनेक्टिविटी साइट प्लान, पावर सब स्टेशन, मिट्टी भराई का कार्य, जलापूर्ति आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने डीएमसीएच के पुनर्गठन के मद्देनजर संस्थानों के स्थानांतरण, फेज वाइज प्लान, डेवलपमेंट प्लान, स्टूडेंट स्ट्रेंथ, मास्टर प्लान आदि के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी।
दरभंगा एम्स के लिए 200 एकड़ भूमि की कोई उपयोगिता नहीं
समीक्षा बैठक के दौरान सीएम नीतीश ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि दरभंगा एम्स के लिए 200 एकड़ भूमि की कोई उपयोगिता नहीं है। इसके लिए 150 एकड़ भूमि पर्याप्त है। डीएमसीएच के पास जितनी जमीन है, उसमें से एम्स के लिए जितनी जरुरी हो, उतनी जमीन दी जाये। उन्होंने कहा कि मेरी पहल पर ही दरभंगा में एम्स का निर्माण होने जा रहा है। मेरी इच्छा थी कि डीएमसीएच को ही एम्स में अपग्रेड कर दिया जाय।
डीएमसीएच का भी विस्तार किया जायेगा
उन्होंने कहा कि पीएमसीएच पटना के बाद बिहार का दूसरा मेडिकल कॉलेज दरभंगा में बना था। पीएमसीएच में पढ़ने वाले डॉक्टर जिस तरह से आज विदेशों में हैं, वैसे ही डीएमसीएच से पढ़े हुए डॉक्टर भी अनेक जगहों पर हैं। जब हम केंद्र सरकार में रेल मंत्री थे तो कई जगहों पर जाने के दौरान डीएमसीएच से पढ़े हुए डॉक्टर मिल जाते थे इसलिए डीएमसीएच का भी बहुत इंपोर्टेस है। पीएमसीएच का हमलोग विस्तार करवा रहे हैं। आबादी को ध्यान में रखते हुए डीएमसीएच का भी विस्तार किया जायेगा।
जल निकासी के लिए ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि दरभंगा में एम्स का निर्माण हो रहा है। यह लो लाइन लैंड है। इसको ध्यान में रखते हुए मिट्टी भराई का कार्य सुनिश्चित किया जाय ताकि जलजमाव की स्थिति उत्पन्न न हो। जल निकासी के लिए ड्रेनेज सिस्टम की भी व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एलिवेटेड कॉरिडोर की डिजाइन इस प्रकार की हो कि एम्स के साथ-साथ डीएमसीएच तक लोग सहूलियत पूर्वक आवागमन कर सकें। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डीएमसीएच की बाउंड्रीवाल को और ऊंचा करने की जरुरत है।
दरभंगा शहर में तीन बड़े तालाब डिस्टर्व हो रहे
मुख्यमंत्री ने कहा कि दरभंगा शहर में तीन बड़े तालाब डिस्टर्व हो रहे हैं। जल-जीवन- हरियाली अभियान के तहत जिस प्रकार से तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है, उसी तरह से इन तालाबों का भी सौंदर्यीकरण हो ताकि इन तालाबों के चारों तरफ वृक्षारोपण के साथ ही लोगों के टहलने की भी व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि दरभंगा में एयरपोर्ट होने से दूरदराज से आने वाले लोगों को काफी सहूलियत हो रही है। एयर एंबुलेंस भी आसानी से आ सकती है। इस दौरान डीएमसीएच दरभंगा (मेडिकल ग्राउंड) स्थित हेलीपैड पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, नेताओं एवं जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ भेंटकर उनका अभिनंदन किया गया।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर मंत्री मंगल पांडेय, संजय कुमार झा, मदन सहनी, सांसद गोपाल जी ठाकुर, विधायक संजय सरावगी, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. हरिशंकर मिश्रा, प्राचार्य डॉ. केएन मिश्रा सहित चिकित्सक, कर्मी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पटना से अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह, प्रधान सचिव आनंद किशोर, सचिव जितेन्द्र श्रीवास्तव एवं कुशेश्वस्थान से दरभंगा डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम जुड़े हुए थे।
विधायक संजय सरावगी के आवास पर पहुंचे
समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री विधायक संजय सरावगी के आवास पर पहुंचे। विधायक ने मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने भी मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।