बापू सभागार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने चौथे कृषि रोड मैप का किया शुभारंभ, सीएम समेत कई रहे मौजूद
![](https://www.amritvarshanews.in/wp-content/uploads/2023/10/11-22.jpg)
- मुख्यमंत्री बोले, हमारा लक्ष्य 2025 तक बिहार के हर खेत में पानी पहुंचाना है
पटना। बिहार में चौथे कृषि रोड मैप 2023 की शुरुआत हो गई है। पटना के बापू सभागार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इसका शुभारंभ किया। इस मौके पर बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम के अलावा 12 विभागों के मंत्री,अफसर मौजूद रहे। साथी ही बड़ी संख्या में किसान,कृषि वैज्ञानिक भी कार्यक्रम में शामिल हुए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 3 दिनों के बिहार दौरे पर हैं। बुधवार करीब 11.15 बजे वे वायुसेना के विशेष विमान से पटना एयरपोर्ट पहुंचीं। राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने उन्हें एयरपोर्ट पर रिसीव किया। द्रौपदी मुर्मू देश की छठवीं राष्ट्रपति हैं, जो बिहार आई हैं। तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन पटना के बापू सभागार पहुंची। यहां पर बिहार सरकार के चौथे कृषि रोडमैप का शुभारंभ किया। सीएम नीतीश ने पौधा, उनकी पोट्रेट और भागलपुरी सिल्क की साड़ी देकर सम्मान किया। बिहार के लगभग 93.60 लाख हेक्टेयर भूमि में 79.46 लाख हेक्टेयर कृषि योग्य है। राज्य में आज भी 74 प्रतिशत लोग आजीविका के लिए कृषि पर ही निर्भर है। राज्य के जीडीपी में कृषि का करीब 19 से 20% योगदान। पशुधन का करीब 6% योगदान है। सबको देखते हुए नीतीश ने कृषि रोड मैप लाने का फैसला लिया। नीतीश सरकार ने पहले कृषि रोड मैप में बीज उत्पादन के साथ किसानों की उत्पादकता बढ़ाने की कोशिश की उसके बाद चावल के उत्पादन में बिहार को काफी सफलता मिली। पहले कृषि रोड मैप में बीज उत्पादन के साथ किसानों की उत्पादकता बढ़ाने की कोशिश हुई थी। चावल के उत्पादन में बिहार को काफी सफलता मिली। पहला कृषि रोडमैप का बजट आकार बेहद छोटा था। वहीं, दूसरा कृषि रोड मैप 2012 में लागू किया गया। उसके लिए 2011 में नीतीश सरकार ने 18 विभागों को शामिल कर कृषि कैबिनेट का गठन किया था।बिहार को दूसरे किसी रोड मैप में कई पुरस्कार भी मिले। 2012 में चावल उत्पादन के लिए कृषि कर्मण पुरस्कार मिला। 2013 में गेहूं उत्पादन के क्षेत्र में कृषि कर्मण पुरस्कार मिला। 2016 में मक्का के उत्पादन के क्षेत्र में कृषि कर्मण पुरस्कार। उसके बाद तीसरा कृषि रोडमैप 2017 में लागू किया गया। कोरोना काल के कारण रोडमैप को एक साल बढ़ाया गया। तीसरे कृषि रोड मैप में ऑर्गेनिक खाद पर जोर दिया गया। किसानों को खेतों तक बिजली पहुंचाने में सरकार सफल रही। इसमें बिहार में हरित पट्टी बढ़ाने पर जोर दिया गया।
मुख्यमंत्री बोले, हमारा लक्ष्य 2025 तक बिहार के हर खेत में पानी पहुंचाना है
कार्यक्रम के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि को लेकर बिहार सरकार शुरू से ही जागरूक रही है और हमारा लक्ष्य है कि कृषि के क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा काम किया जाए। सीएम नीतीश कुमार ने कहा, 2025 तक हर खेत में पानी पहुंचाने का टारगेट है। बिहार में कृषि बिहार की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। चौथे कृषि मैप से बिहार आगे बढ़ेगा। महागठबंधन की सरकार जनता की सेवा कर रही है। बिहार की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। डबल डिजिट में आगे बढ़े रहे हैं। नीतीश कुमार ने कहा की हम तो शुरू से ही कृषि के विकास को लेकर काफी गंभीर रहे हैं और यहां उपस्थित आप सभी लोगों से कहना चाह रहे हैं कि कृषि विभाग के सभी लोग मन लगाकर काम करें हमारा लक्ष्य है कि हम लोगों को मिलकर 2025 तक बिहार के हर खेत में उचित मात्रा में कृषि के लिए पानी की व्यवस्था करना है ताकि किसी भी किसान भाई को किसी भी प्रकार की कोई तकलीफ ना हो। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इशारों इशारों में केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि हम लोग काम में लगे हुए हैं जबकि कुछ लोगों को केवल प्रचार से मतलब है। इस दौरान उन्होंने बिहार के राज्यपाल को कहा की वही नीतीश कुमार ने कहा कि राज्यपाल इधर-उधर घूमते रहते हैं। उनसे आग्रह है कि वह भी रोडमैप की निगरानी करें। क्या हुआ उन्हें केंद्र सरकार ने नियुक्त किया है। हम उनकी इज्जत करते हैं।
डिप्टी सीएम बोले- बिहार से कई राज्य पीछे छूट गए
तेजस्वी ने कहा कि हम लोग पढ़ाई, दवाई, सिंचाई, सुनवाई, कार्रवाई कर रहे हैं। बिहार से कई राज्य काफी पीछे छूटे हुए हैं। बिहार की बेरोजगारी सबसे बड़ी दुश्मन है। बिहार मे नौकरियां दी जा रही हैं। हम लोग ने वादा किया था की जातीय गणना कराएंगे। किसी अन्य राज्य ने यह नहीं किया। यह कृषि का रोडमैप नहीं बिहार की खुशहाली का रोडमैप है। बिहार ने यह काम किया है। राष्ट्रपति को दिल से आभार देतें है कि उन्होंने समय दिया। राज्यपाल का भी धन्यवाद करते हैं।
![](https://www.amritvarshanews.in/wp-content/uploads/2023/10/WhatsApp-Image-2023-10-12-at-6.29.32-PM.jpeg)