कृषि कानूनों को वापस लेना होगा : प्रेमचन्द सिंह

पटना । किसान बिल के विरोध में किसानों ने सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया है। भारत बंद का बिहार में भी असर दिखा। बिहार की राजधानी पटना में सुबह से ही जाप समर्थक सड़क पर उतरकर डांक बंगला चौराहे को बंद कराया।पटना में कृषि बिल के विरोध में बैनर-पोस्टर के साथ बंद समर्थक नारेबाजी की।

इस दौरान जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेमचन्द सिंह ने बताया कि ये किसान बिल पूंजीपतियों के फायदे के लिए लाया गया है, इससे किसान का कोई फायदा नहीं है। सरकार किसानों को मारना चाहती है।

जाप के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव रघुपति सिंह ने मार्च को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में आज किसानों के समर्थन में जाप कार्यकर्ता सड़कों पर थे। केंद्र सरकार किसान विरोधी हैं। जब तक सरकार कृषि कानून को वापस नहीं लेगी जबतक हमसब किसानों के पक्ष में संघर्ष करते रहेंगे।

जाप के राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार किसान विरोधी कानून को वापस नहीं ले लेती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। जाप कार्यकतार्ओं ने केंद्र की मोदी सरकार को किसान विरोधी और गरीब विरोधी बताया है।

राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व विधायक भाई ने कृषि कानूनों की जमकर आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि ये कानून खेती को अमीरों के हाथों गिरवी रखने वाला है। किसानों की आर्थिक कमर टूट जाएगी और वे गरीबी के दलदल में धंस जाएंंगे।

बंदी में युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर, प्रदेश प्रवक्ता शान परवेज, पूनम झा,सुप्रिया खेमका, आजाद चांद, अकबर अली, नवल किशोर यादव, अरुण यादव, सुधांशु राठौर, टिंकू यादव , अमरनाथ कुमार, सोनी देवी, सन्नी यादव, नीतीश कुमार सिंह, शकील अंसारी, मधुसूदन यादव सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।

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