February 5, 2025

सहरसा में अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या, दिनदहाड़े अपराधियों ने वारदात को दिया अंजाम

सहरसा। बिहार के सहरसा जिले में सोमवार सुबह अपराधियों ने दिनदहाड़े एक वकील की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक अधिवक्ता का नाम दुलारचंद शर्मा था, जो सहरसा नगर परिषद के बरियारपुर गांव के निवासी थे। यह घटना तब हुई जब दुलारचंद शर्मा सुबह लगभग आठ बजे सहरसा न्यायालय जाने के लिए घर से निकले थे। लेकिन रास्ते में सिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के भौरा गांव के पास अज्ञात अपराधियों ने उन पर गोली चला दी। गोली लगने के बाद गंभीर रूप से घायल दुलारचंद को अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया, जहाँ से उन्हें सहरसा रेफर किया गया। सहरसा पहुंचते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हत्या के समय मृतक के साथ एक अन्य युवक भी मौजूद था। अपराधियों ने दुलारचंद को दो गोलियां मारी, एक गोली उनके सिर पर और दूसरी कमर के पास लगी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। फिलहाल हत्या के कारणों का अभी तक कोई स्पष्ट पता नहीं चल पाया है, लेकिन पुलिस पुरानी रंजिश को संभावित कारण मानकर मामले की जांच में जुटी है। दुलारचंद शर्मा की हत्या से सहरसा के अधिवक्ता समाज में काफी आक्रोश है, और उन्होंने पुलिस प्रशासन से मामले की तेजी से जांच कर अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।
बिहार में बेलगाम होते अपराध और कानून-व्यवस्था की स्थिति
दुलारचंद शर्मा की हत्या बिहार में तेजी से बढ़ते अपराध का एक ताजा उदाहरण है। हाल के दिनों में राज्य में आपराधिक घटनाएं, खासकर हत्याएं, लगातार बढ़ रही हैं। अपराधी बेलगाम और बेखौफ होकर दिनदहाड़े लोगों की हत्या कर रहे हैं, और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र में भी हाल ही में एक ज्वेलर्स अवधेश अग्रवाल की हत्या कर दी गई थी। आगरा के निवासी अवधेश अग्रवाल पटना में चांदी और मिठाई का व्यापार करते थे। अपराधियों ने उनके घर में घुसकर गोली मार दी, जिससे उनकी भी मौके पर मौत हो गई।
कानून-व्यवस्था की स्थिति पर असर
पिछले कुछ समय में राज्य में लगातार हत्याओं और अपराध की बढ़ती घटनाएं आम नागरिकों के बीच भय और असुरक्षा की भावना को बढ़ा रही हैं। हाल की घटनाओं में एक अन्य मामला दीघा थाना क्षेत्र का है, जहाँ सोशल मीडिया विवाद में एक युवक को उसके ही दोस्त ने गोली मार दी थी। यह युवक एक यूट्यूबर है, और इंस्टाग्राम पर वीडियो पोस्ट करने के विवाद में गोलीबारी का शिकार हुआ। इस प्रकार की घटनाएं न केवल बिहार में बल्कि देशभर में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं और राज्य में सख्त सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता को दर्शाती हैं।
पुलिस की चुनौतियाँ और अपेक्षाएँ
इन घटनाओं के बाद बिहार पुलिस के सामने चुनौती और भी बढ़ गई है। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ती आपराधिक घटनाएं पुलिस प्रशासन की कार्यक्षमता पर सवाल उठा रही हैं। पुलिस का कहना है कि वे हर घटना की गंभीरता से जांच कर रहे हैं, लेकिन अपराधियों की धरपकड़ और कड़ी सजा देने में अभी भी कई कठिनाइयाँ सामने आ रही हैं। बढ़ते अपराध और बेलगाम होते अपराधियों पर काबू पाने के लिए पुलिस प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि नागरिकों का पुलिस प्रशासन पर विश्वास बना रहे।
आम नागरिकों में बढ़ता असुरक्षा का माहौल
लगातार हो रही हत्याओं से बिहार के लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अधिवक्ता जैसे संवेदनशील पेशे से जुड़े लोगों की हत्या से राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर गहरा असर पड़ रहा है। इसके साथ ही, व्यापारियों, युवाओं और अन्य नागरिकों में असुरक्षा का माहौल बढ़ता जा रहा है, जो राज्य के समग्र विकास में एक बाधा बन सकता है। आम लोगों को सुरक्षा और सुरक्षा व्यवस्था पर विश्वास बनाए रखने के लिए राज्य सरकार को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। सहरसा में वकील दुलारचंद शर्मा की हत्या ने बिहार में अपराध की बढ़ती घटनाओं और कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति को लेकर गंभीर चिंताएँ पैदा की हैं। इस तरह के मामले न केवल राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हैं, बल्कि नागरिकों के मन में असुरक्षा की भावना को भी बढ़ाते हैं। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वे अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाने की व्यवस्था करें ताकि समाज में शांति और सुरक्षा का माहौल बना रहे।

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