जम्मू कश्मीर में दर्दनाक हादसा, ट्रैवलर टेंपो खाई में गिरी, चार की मौत, आठ घायल

रियासी। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में मंगलवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए। यह दुर्घटना जिले के गंगोडे क्षेत्र के पास घटी, जब एक ‘टैम्पो ट्रैवलर’ सड़क से फिसलकर गहरी खाई में गिर गया। यह दुर्घटना अत्यंत दुखद थी और इसमें कई लोगों की जान चली गई, जबकि कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। अधिकारियों के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ जब वाहन चालक गाड़ी पर से नियंत्रण खो बैठा। टैम्पो ट्रैवलर में बैठे लोग जम्मू से माहौर की ओर जा रहे थे। अचानक, गाड़ी अनियंत्रित हो गई और सीधा गहरी खाई में जा गिरी। इस भयावह दुर्घटना के बाद स्थानीय लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू कर दिया। दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को खाई से निकालने का प्रयास किया। हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक घायल ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। बाकी आठ घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। रियासी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमवीर सिंह ने बताया कि हादसे में घायल हुए आठ लोगों में से छह को बेहतर इलाज के लिए जम्मू रेफर कर दिया गया है, जबकि बाकी का इलाज स्थानीय अस्पताल में किया जा रहा है। यह दुर्घटना एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि पहाड़ी इलाकों में सड़क सुरक्षा को लेकर अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। जम्मू-कश्मीर जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में अक्सर इस प्रकार की घटनाएं होती रहती हैं, जहां सड़कें संकरी और घुमावदार होती हैं। इस तरह की दुर्घटनाओं से बचने के लिए प्रशासन को सड़कों की स्थिति बेहतर करने और वाहनों की समय-समय पर जांच सुनिश्चित करनी चाहिए। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वे ऐसे संवेदनशील मार्गों पर सुरक्षा उपाय बढ़ाएं। वाहनों की समय-समय पर जांच और ड्राइवरों की ट्रेनिंग अनिवार्य की जानी चाहिए ताकि वे पहाड़ी रास्तों पर सुरक्षित रूप से गाड़ी चला सकें। इसके अलावा, सड़क किनारे मजबूत बैरिकेड्स और चेतावनी संकेत लगाने की भी जरूरत है ताकि ऐसे हादसों को कम किया जा सके। यह सड़क दुर्घटना बेहद दुखद और हृदयविदारक है। इसने कई परिवारों को गहरे दुख में डाल दिया है। प्रशासन को चाहिए कि वह पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा दे और सड़क सुरक्षा के प्रति अधिक सतर्कता बरते। इसके साथ ही, यात्रियों और वाहन चालकों को भी चाहिए कि वे पहाड़ी मार्गों पर वाहन चलाते समय पूरी सावधानी बरतें, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
