सपा विधायक अबू आज़मी महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित, औरंगजेब की प्रशंसा करने पर कार्रवाई

मुंबई। समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अबू आजमी को मुगल शासक औरंगजेब की प्रशंसा करने वाली उनकी विवादास्पद टिप्पणी के बाद बजट सत्र तक महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित कर दिया गया है। इससे एक दिन पहले महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि उन्होंने आजमी को सदन से निलंबित करने की मांग रखी है। सीएम शिंदे ने संवाददाताओं से कहा कि हमने उनके बयान की निंदा की है। उनके बयान की उन्हें कीमत चुकानी पड़ेगी और महाराष्ट्र के लोग उन्हें माफ नहीं करेंगे। उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा; हमने उन्हें (सदन से) निलंबित करने की अपनी मांग रखी है। सदन में अबू आजमी के खिलाफ महाराष्ट्र के संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने प्रस्ताव पेश किया था। सदन ने प्रस्ताव पारित कर दिया। हाल ही में मरीन ड्राइव इलाके में मीडिया से बातचीत के दौरान आजमी ने कहा कि ‘औरंगजेब एक अच्छे प्रशासक थे।’ हालांकि, मंगलवार को आजमी ने कहा कि उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और अगर भावनाएं आहत हुई हैं तो वह अपना बयान वापस लेने और माफी मांगने को तैयार हैं। आजमी ने कहा, “मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। मैंने वही कहा है जो इतिहासकारों और लेखकों ने औरंगजेब रहमतुल्लाह अली के बारे में दावा किया है। आजमी ने कहा कि इसके कारण बजट सत्र को बाधित करना महाराष्ट्र के लोगों का नुकसान है। दिल्ली में, आजमी की टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की आलोचना की एवं कहा कि वे सनातन धर्म का ‘उन्मूलन’ करने के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। जैसे ही दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हुई, ‘महायुति’ के सदस्यों ने सपा के प्रदेश अध्यक्ष आजमी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए नारे लगाने शुरू कर दिए। उन्होंने दावा किया कि आजमी औरंगजेब के वंशज हैं, जिसने मराठा शासक छत्रपति संभाजी महाराज को प्रताड़ित किया और उनकी बेरहमी से हत्या कर दी थी।
