November 21, 2024

पटना में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, एनआईटी और गांधी घाट पर गंगा आरती स्थगित

पटना। गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है, जिसके चलते प्रशासन को कई ऐहतियाती कदम उठाने पड़े हैं। खासतौर पर एनआईटी घाट और गांधी घाट पर हर शनिवार और रविवार को होने वाली गंगा आरती को स्थगित कर दिया गया है। यह आरती बनारस की तर्ज पर आयोजित की जाती थी और इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते थे। बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने गंगा आरती के स्थगन का नोटिस जारी किया है। नोटिस में बताया गया है कि 10 अगस्त से एनआईटी घाट और गांधी घाट पर गंगा आरती का आयोजन अगले आदेश तक बंद रहेगा। यह निर्णय गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर और सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और इसके चलते सुरक्षा जोखिम बढ़ गया है। जब तक गंगा का जलस्तर सामान्य नहीं हो जाता, तब तक आरती का आयोजन नहीं किया जाएगा। इसके बाद गंगा आरती पुनः शुरू करने की सूचना अलग से दी जाएगी। जल संसाधन विभाग के अनुसार, गंगा नदी का पानी लगातार बढ़ रहा है। पटना में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। गांधी घाट पर गुरुवार की सुबह गंगा का जलस्तर लाल निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर था, और यह बढ़कर 22 सेंटीमीटर ऊपर हो गया है। इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन को नदी के किनारे के क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतनी पड़ रही है। गंगा के जलस्तर में इस वृद्धि के कारण पटना के रिवर फ्रंट पर भी पानी चढ़ गया है। इसके परिणामस्वरूप कुर्जी से बिंदटोली जाने वाला मार्ग डूब चुका है, जिससे इस इलाके में आने-जाने में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गंगा आरती के स्थगन के फैसले के पीछे मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। गंगा आरती में बड़ी संख्या में लोग शामिल होते थे, और बढ़ते जलस्तर के कारण घाटों पर हादसे की संभावना बढ़ गई थी। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने यह फैसला लिया कि जब तक गंगा का जलस्तर सामान्य नहीं हो जाता, तब तक आरती का आयोजन न किया जाए। श्रद्धालुओं को भी सलाह दी गई है कि वे इस अवधि में गंगा घाटों पर जाने से बचें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है, इसलिए सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। प्रशासन ने कहा है कि जैसे ही गंगा का जलस्तर सामान्य होगा, वैसे ही गंगा आरती का आयोजन फिर से शुरू किया जाएगा। इस संदर्भ में आगे की जानकारी लोगों को दी जाएगी। प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि गंगा आरती के दौरान सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों का पालन किया जाए, ताकि श्रद्धालु बिना किसी चिंता के इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल हो सकें। फिलहाल, गंगा के जलस्तर पर कड़ी नजर रखी जा रही है और संबंधित अधिकारियों को अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। श्रद्धालुओं और जनता से भी आग्रह है कि वे इस परिस्थिति में धैर्य बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

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