पटना प्राकृतिक नहीं, प्रशासनिक आपदा का शिकार: राठौड़

पटना। नीतीश सरकार के निकम्मेपन एवं अधिकारियों के अकड़पन के कारण मात्र दो दिन के वर्षा में ही पटनावासियों को नारकीय जीवन जीना पड़ रहा है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि लगभग 14 सालों से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं। अपनी थोथी दलील से बिहार के विकास का ढ़िढोरा पीटते रहते हैं लेकिन कार्यों की समीक्षा की जाए तो सभी क्षेत्रों में नीतीश सरकार फेल साबित हो रहे हैं। पहले नीतीश कुमार जनता के सवालों पर चिड़चिड़ाते थे अब तो पत्रकारों के सवालों पर भी उनका चिड़चिड़ापन बता रहा है कि नीतीश कुमार के पास न जनता के लिए कोई जवाब है, न ही पत्रकारों के लिए।
राठौड़ ने कहा कि नीतीश कुमार जी यह प्राकृतिक आपदा नहीं, आपके और आपके कुछ चहेते आला अधिकारियों के कार्यशैली के कारण पटना का यह हालात हुआ है। पूर्णरूपेण यह प्रशासनिक आपदा है। अगर यह प्राकृतिक आपदा होता तो बेली रोड और मुख्यमंत्री आवास में भी यह आपदा दिखता। अगर पटना के नालियों की सफाई समय-समय पर की गई होती, अतिक्रमण वाले मलबे किसी निश्चित स्थान पर रखा गया होता तो मात्र दो दिन के बारिश में पटना न डूबता और न हीं यहां के लोगों को नारकीय जीवन जीना पड़ता। राठौड़ ने कहा कि नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि इस प्रशासनिक आपदा में कितने लोगों की जान गई और पटनावासियों का कितना क्षति हुआ?
