हिमाचल प्रदेश में बजा चुनावी बिगुल : 12 नवंबर को मतदान, 8 दिसंबर को आएंगे नतीजे
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है। चुनाव आयोग में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि हिमाचल प्रदेश में एक चरण में चुनाव होंगे। हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों पर एक चरण में 12 नवंबर को चुनाव होंगे जबकि नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे। चुनाव आयोग की ओर से साफ तौर पर कहा गया है कि हम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबंध है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि निर्वाचन आयोग स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रलोभनमुक्त चुनाव कराने को प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि कुछ पोलिंग बूथ महिला द्वारा संचालित होंगी। इसके अलावा कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाएगा। 80 साल के ऊपर के वोटर घर बैठे ही वोट दे सकेंगे। नामांकन तक नए वोटर जुड़ सकेंगे। चुनाव आयुक्त ने कहा कि 55 लाख वोटर्स इस बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। चुनाव के दौरान सारी सीमाएं सील रहेंगी। उन्होंने फेक न्यूज़ से दूर रहने के लिए अपील की। नामांकन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर होगी। 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे जबकि 8 को नतीजे आएंगे। वर्तमान में देखे तो हिमाचल में भाजपा की सरकार है। भाजपा के पास 43 सीटें हैं जबकि कांग्रेस के पास 22 सीटें हैं। अन्य के खाते में 2 है जबकि सीपीआईएम के खाते में एक है।
पोलिंग बूथ की व्यवस्था
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हर बूथ पर एक रैंप की व्यवस्था होगी। पीने की पानी की व्यवस्था होगी। हर बूथ ग्राउंड फ्लोर पर होगा। मतदाताओं को अधिकतम सुविधा देने की कोशिश होगी। कुछ पोलिंग बूथ ऐसे होंगे जिनका संचालन सिर्फ महिलाएं करेंगी। हर विधानसभा में कम से कम एक ऐसा बूथ होगा। यह महिला सशक्तिकरण को प्रदर्शित करेगा। कुछ पोलिंग स्टेशन को दिव्यांग कर्मचारी संभालेंगे।
बैलेट पेपर की होगी व्यवस्था
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं को पोस्टल बैलेट की सुविधा दी जाएगी। निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी। वोट की गोपनीयता से समझौता किए बिना प्रक्रिया की जाएगी। चुनाव में मतदाताओं की सुविधा और चुनावी प्रक्रिया को दखल मुफ्त रखने के लिए टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया जाएगा। सी विजिलेंस ऐप के जरिए कोई भी मतदाता शिकायत कर सकता है। 60 मिनट के भीतर हमारी टीम पहुंचेगी और 90 मिनट के अंदर उसका निपटारा करेंगे। वही मुख्य चुनाव आयुक्त ने मीडिया को भी तथ्यों की परख के बाद पब्लिश करने की सलाह देते हुए कहा कि फेक न्यूज पर नजर रखी जाएगी।