युवा नेताओं का 40 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर किशोरों के लिए अनुकूल स्वास्थ्य सेवाएं आरंभ करने की मांग की
पटना।स्वास्थ्य सेवाओं पर अपनी मांगों को लेकर युवा नेताओं के 40सदस्य दल ने आज पटना में बिहार के माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडे से मुलाकात की। दरभंगा और नवादा जिले के इन युवा नेताओं ने स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सरकार के राष्ट्र किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (RKSK) के अंतर्गत नेतृत्व कौशल और समुदाय आधारित निगरानी का प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
साल 2011 की जनगणना के अनुसार, बिहार में हर चौथा व्यक्ति (23 परसेंट) 10 से 19 वर्ष की आयु का किशोर हैं। इस आबादी का स्वास्थ्य और उन्हें उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं की गुणवत्ता, राज्य में साक्षरता, प्रजनन दर और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के आधार से जुड़ी हुई हैं। राष्ट्रीय गैर सरकारी संस्था पापुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएफआई) बिहार में युवाओं के साथ एक पायलट प्रोजेक्ट के माध्यम से काम कर रहा है, जो विश्व जो विशेष रूप से यौन और प्रजनन स्वास्थ्य से संबंधित सेवाओं के बारे में उनकी जागरूकता और पहुंच को बढ़ाता है।
इस पहल के अंतर्गत 40 युवा नेताओं को स्वास्थ्य सेवाओं की सामू सामुदायिक निगरानी के लिए प्रशिक्षित किया गया है। तीन महीने की अवधि में युवा नेताओं ने 700 से अधिक ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता और पोषण दिवस (आरोग्य दिवस) में भाग लिया और इनमें किशोर स्वास्थ्य शत्रुओं को शामिल करने की सिफारिश की। युवा नेताओं ने स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचने में आ रहे अवरोधों की पहचान की – जैसे अत्यधिक प्रतीक्षा समय, अपर्याप्त जानकारी, परामर्शदाताओं का अनुचित व्यवहार, युवा क्लिनिक और किशोर अनुकूल स्वास्थ्य क्लिनिक के बारे में कम जागरूकता आदि। युवा नेताओं द्वारा किए गए आकलन को दरभंगा और नवादा के जिला पदाधिकारियों को प्रस्तुत किया गया, जिसके फल स्वरुप चार AFHC युवा की स्थापना की गई। इसके अलावा नवादा के जिलाधिकारी जिलाधिकारी ने जिला के अन्य 12प्राथमिक स्वास्थ्य स्वास्थ्य केंद्रों पर युवा क्लीनिक स्थापित करने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की।
माननीय स्वास्थ्य मंत्री को प्रस्तुत मांगों के प्रपत्र में राज्य में सेवाओं के समग्र सुधार के लिए सिफारिशें मिली है। मांगों में बिहार के मौजूदा10 चयनित जिलों के RKSK के कारण कार्यान्वयन को मजबूर करना, राज्य के सभी जिलों में कार्यक्रम का विस्तार करना, हेल्पलाइन स्थापित करना और राज्य भर में एक फीडबैक प्रारूप स्थापित करना शामिल है। मांग पत्र में कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियों एवं स्कूल ना जाने वाली लड़कियों के लिए मुफ्त सैनिटरी नैपकिन की का वितरण यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य पर चिकित्सकों का प्रशिक्षण और आंगनवाड़ी केंद्रों पर किशोरियों के लिए पूरक पोषण का प्रावधान करना भी शामिल है।
युवा प्रतिनिधियों से मांग प्रपत्र को प्राप्त करते हुए माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडे ने कहा हम बिहार की प्रगति में किशोरों के महत्वपूर्ण भूमिका के विषय में सचेत हैं और उनके स्वास्थ्य और भलाई के लिए प्रतिबद्ध हैं मुझे इन युवा नेत्री और से मिलने की खुशी है। जिनको प्रशिक्षण प्रदान हुआ है, जिससे वे अपने साथियों को जानकारी दे सके। साथ-साथ प्रभावी ढंग से स्वास्थ सेवाओं की निगरानी कर सकें और सरकार की सेवाओं को बेहतरीन बनाने के तरीकों पर प्रतिक्रिया दे सकें।
युवा नेताओं ने कहा कि इस प्रशिक्षण ने मेरे जैसी कई लड़कियों को अपने विचार व्यक्त करने के लिए सशक्त किया है। पहले हम अपने माता पिता से भी बात करने में संकोच करते थे। अब हम जो भी मंच पर अपनी मांगों को प्रस्तुत कर रहे हैं। यह कार्य करना सिर्फ हमारे लिए महत्वपूर्ण है बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी, जिससे वह आवश्यक सेवाओं का लाभ उठा सकें।
कार्यक्रम के दौरान पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक श्रीमती पूनम मुत्तरेजा ने कहा किशोर स्वास्थ्य के बारे में समझने के लिए हमें सबसे पहले किशोरों की बात सुननी होगी। बिहार में पीएफआई युवाओं को नेतृत्व कौशल से अवगत करा रही है। ताकि वे अपने स्वास्थ्य अधिकारों को समझें अपनी आवश्यकताओं को बेहतर ढंग से व्यक्त कर सकें और अपनी मांगों को रख सकें माननीय मंत्री जी को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं, क्योंकि यह युवा नेताओं के लिए एक महान प्रोत्साहन है। वह आशावादी रहेंगे कि इन मांगों पर राज्य में चर्चा होगी और उन पर कार्यान्वित किया जाएगा।