देवघर रोपवे रेस्क्यू ऑपरेशन : 44 घंटे की मेहनत के बाद बची 47 लोगों की जान, 4 की मौत, हाईकोर्ट ने दिए जांच के आदेश
देवघर। झारखंड के देवघर में त्रिकूट पहाड़ पर हुए रोपवे हादसे के करीब 44 घंटे बाद वायुसेना का ऑपरेशन पूरा हो चुका है। दो दिन से हवा में लटके 12 ट्रॉली में फंसे 47 लोगों की जान बचाई गई है। वहीं इस हादसे में 4 लोगों की मौत भी हो चुकी है। अंधेरे की वजह से रविवार शाम रेस्क्यू ऑपरेशन को रोक दिया गया था। उस समय ट्रॉली में 15 लोग फंसे हुए थे। आज सुबह होते ही सेना के द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ और बाकी बचे सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। सोमवार को एयरलिफ्ट करने के दौरान एक शख्स का सेफ्टी बेल्ट खुल गया। हालांकि इसके बावजूद कमांडो उसके हाथ को पकड़ उसे हेलीकॉप्टर के अंदर खींचने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान उसका हाथ छूट गया और वह शख्स हेलिकॉप्टर से नीचे गिर गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं आज भी रेस्क्यू के दौरान एक महिला की मौत हो गई। इस हादसे में कुल 4 लोगों की मौत हो गई।
देवघर रोपवे हादसा पर झारखंड हाईकोर्ट ने भी स्वत: संज्ञान लिया है। झारखंड हाईकोर्ट ने जांच के आदेश दिए हैं। राज्य सरकार को जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 26 अप्रैल को होगी। इससे पहले एयरफोर्स, आर्मी, आईटीबीपी, आपदा प्रबंधन की टीम रेस्क्यू में जुटी रही। एयरफोर्स के दो हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया। रस्सी के सहारे केबिन तक पहुंचने की कोशिश की गई। हालांकि गहराई अधिक होने से जवानों को परेशानी भी हुई। लेकिन गरुड़ कमांडो लगातार सफल रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देते रहे। सेना के जवानों से अदम्य साहस का परिचय देते हुए अपनी जान पर खेलकर 44 घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरा किया और दो दिन से हवा में लटके 12 ट्रॉली में फंसे 47 लोगों की जान बचाई।
वही इस घटना पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि इस हादसे पर सरकार की पूरी नजर है। झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल देवघर के त्रिकूट पर्वत पर बने रोपवे पर दुर्घटना बहुत दुखद और दर्दनाक है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और बाबा बैद्यनाथ से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं। वहीं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने राज्य सरकार पर इतनी बड़ी दुर्घटना के बाद भी निष्क्रिय रहने का आरोप लगाया और दावा किया था कि क्षेत्र के मंत्री मौके पर नहीं गए। रविवार को झारखंड के देवघर में त्रिकूट पहाड़ पर रोपवे का ट्रॉली टूट गया। परिचालन के दौरान तार टूटने से ट्रॉली ऊपर में फंस गई है। बताया जा रहा है कि चार-पांच तट्रालियां आपस में और पत्थरों से टकराई है। केबिन जमीन से करीब 2500 फीट की ऊंचाई पर है। वही झारखंड हाईकोर्ट ने भी स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं।