खबरें बाढ़ की : जन वितरण व्यवस्था का बुरा हाल, थमा चुनाव प्रचार, चैत नवरात्र शुरू, रामनवमी को लेकर बैठक
जन वितरण व्यवस्था का बुरा हाल, कई दुकानें पाए गए बंद
बाढ़। पटना के बाढ़ प्रखंड के राणा बीघा और सहरी पंचायत अंतर्गत कई जन वितरण प्रणाली की कई दुकान शनिवार को बंद पाया गया। राणा बीघा पंचायत के जन वितरण दुकानदार अर्जुन सिंह और सुषमा देवी का दुकान बंद पाया गया। वहीं शहरी पंचायत के ढकवाहा चक गांव स्थित पूनम कुमारी और सविता देवी के दुकान बंद पाए गए। इस दौरान जब प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने शिकायत मिलने पर कार्रवाई करने की बात कही। बताते चलें कि जन वितरण दुकानदार की मनमानी के चलते इलाके के गरीब एवं असहाय लोगों को समय पर अनाज नहीं मिल पा रहा है। वहीं शिकायत के बावजूद भी जनवितरण दुकानदारों पर उचित कार्रवाई नहीं होने से दुकानदारों का हौसला बुलंद है।
थम गया एमएलसी के लिए चुनाव प्रचार
बाढ़। बिहार विधान परिषद के 24 सीटों पर होनेवाले चुनाव को लेकर प्रचार का शोर शनिवार शाम 4 बजे थम गया। बताते चलें कि इन सीटों पर जन प्रतिनिधियों द्वारा 4 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। पूरे बिहार में एमएलसी पद के लिए स्थानीय निकाय प्राधिकार पटना का मुकाबला काफी दिलचस्प होनेवाला है। इस सीट से एक ओर सत्ताधारी दल के प्रत्याशी वाल्मीकि सिंह हैं तो दूसरी ओर राजद के प्रत्याशी राजद से कार्तिकेय कुमार उर्फ मास्टर साहब हैं। अब सभी प्रत्याशियों को बूथ लेवल मैनेजमेंट पर ध्यान केंद्रित कर परिणाम के लिए 7 अप्रैल तक इंतजार करना होगा। फिलहाल इस हॉट सीट पर सबकी नजर बनी हुई है।
या देवी सर्वभूतेषु…. के मंत्रोच्चारण से गुंजायमान हुआ आकाश, कलश स्थापना के साथ चैत नवरात्र शुरू
बाढ़। बाढ़ के कई मंदिरों में कलश स्थापना के साथ शनिवार को चैत्र नवरात्र की शुरूआत हो गई। हिंदू धर्म में मां दुर्गा के नवरात्रि का अतिविशेष महत्व है। एक वर्ष में चार बार नवरात्रि आता हैं। हालांकि मुख्य रूप से जिन नवरात्र को देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है, वह है शारदीय नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि।
शनिवार से कलश स्थापना के साथ ही चैत्र नवरात्रि प्रारंभ हो गया। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानी पहली तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरूआत हर साल होती है, जिसमें नौ दिनों तक मां दुर्गा की उपासना तथा पूजा-पाठ की जाती है। भक्तगण माता दुर्गा के लिए 9 दिन का व्रत व उपवास भी रखते हैं। इस दौरान विधि-विधान से कलश स्थापना एवं मां की पूजा की जाती है। दुर्गा मां की पूजा में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना अतिमहत्वपूर्ण माना जाता है।
शनिवार को प्रथम दिन माता के कई मंदिरों में कलश स्थापना की गई तथा भक्तगणों ने अपने-अपने घरों में भी माता की कलश स्थापना कर पूजा की। चैत नवरात्र के अवसर पर भी नौवीं एवं दसवीं तिथि को कई जगहों पर मेले का आयोजन भी किया जाता है। आश्विन मास में होने वाले दशहरा की तरह चैत नवरात्र में भी कई स्थानों पर माता की मूर्ति बनाई जाती है और उनकी पूजा की जाती है। बता दें कि पंचांग के अनुसार चैत्र नवरात्रि की कलश स्थापना मुहूर्त प्रात: 6:10 से 8:31 तक और दोपहर में 12:00 से 12:50 तक था। इस बार नवरात्र पूरे 9 दिन की है। माता रानी का आगमन घोड़े की सवारी पर होगा और भैंसे की सवारी पर प्रस्थान करेंगी।
रामनवमी को लेकर अनुमंडल कार्यालय में बैठक
बाढ़। अनुमंडल कार्यालय में रामनवमी त्योहार को लेकर एक बैठक आयोजित की गई। बैठक का नेतृत्व अनुमंडल पदाधिकारी कुंदन कुमार ने किया। बैठक में अनुमंडल के अंतर्गत सभी थानों से आये हुए थानाध्यक्ष, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी तथा कुछ समाजसेवियों ने हिस्सा लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य रामनवमी के त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना है। रामनवमी के जुलूस को लेकर सभी थानाध्यक्षों एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया गया है। इस अवसर पर बाढ़ थानाध्यक्ष राजनंदन, मोकामा थानाध्यक्ष संजीत कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ. नवकंज कुमार सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।