February 8, 2025

EOU की 4 ठिकानों पर रेड : जक्कनपुर थानेदार के खिलाफ आय से 75 फीसदी अधिक संपत्ति मिली

  • पटना से सारण तक छापेमारी, अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित करने और जमीन की दलाली का है आरोप

पटना। आर्थिक अपराध शाखा ने सरकारी पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी, पुलिस अफसर और कर्मचारियों के खिलाफ अभियान ‘आपरेशन भ्रष्टाचार’ छेड़ रखा है। ईओयू के चंगुल में अब तक कई अधिकारी व कर्मचारी आ चुके हैं। इसी कड़ी में राजधानी के जक्कनपुर थाना के थानेदार कमलेश प्रसाद शर्मा पर आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) ने अपना शिकंजा कस दिया है। इनके खिलाफ बीते शुक्रवार को ही एफआइआर दर्ज हुई और एक दिन बाद शनिवार को इनके ठिकानों पर छापेमारी की गई। टीम ने पटना में जक्कनपुर थाना, जगदेव पथ के पास आरा गार्डन में स्थित श्रेया अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 104 से लेकर सारण जिले के मकेर स्थित पुश्तैनी घर पर एक साथ छापेमारी की। जांच टीम ने चार ठिकानों को खंगाला। जांच में जक्कनपुर के थानाध्यक्ष की कुल चल एवं अचल संपत्ति करीब दो करोड़ तीन लाख 25 हजार 170 पाई गई। जांच में 11 बैंक खाते,1 लॉकर भी मिला है, जिसे फ्रीज करने की कार्रवाई की जा रही है।
4 ठिकानों पर छापेमारी
आर्थिक अपराध इकाई ने बताया है कि इनकी कुल अनुमानित आय करीब एक करोड़ 88 लाख 41215 और कुल अनुमानित व्यय एक करोड़ 57 लाख 48 हजार 435 रूपये है। टीम ने पटना के आरा गार्डन स्थित श्रेया अपार्टमेंट में फ्लैट संख्या 104 और आर्किड रेजिडेंसी में फ्लैट संख्या 401 की तलाशी ली। वहीं जक्कनपुर थाना स्थित कार्यालय एवं आवास और पैतृक गांव सारण के मकेर में तलाशी ली गई।
11 बैंक पासबुक बरामद
जक्कनपुर थानाध्यक्ष के चार ठिकानों पर तलाशी में 11 बैंक खातों से संबंधित कागजात, पोस्ट आॅफिस में निवेश एवं अन्य निवेश के कागजात बरामद किए गए हैं। वही एक बैंक लॉकर का भी पता चला है। जांच में जक्कनपुर के थाना अध्यक्ष कमलेश प्रसाद शर्मा के खिलाफ आय से 75 फीसदी अधिक संपत्ति मिली है।
बख्तियारपुर से जुड़ा है मामला
बता दें इंस्पेक्टर कमलेश प्रसाद शर्मा की जक्कनपुर थाना में कुछ दिनों पहले ही पोस्टिंग हुई है। कमलेश जक्कनपुर से पहले पटना जिले में ही बख्तियारपुर थाना के थानेदार थे। यह जो कार्रवाई हुई है, उसका कनेक्शन बख्तियारपुर से ही जुड़ा है। आरोप है कि बख्तियारपुर में थानेदारी करते हुए इंस्पेक्टर ने अवैध तरीके से अकूत संपत्ति अर्जित की है। इनके ऊपर जमीन की दलाली करने का आरोप भी है। वहां प्लॉट भी इन्होंने खरीद रखा है। बख्तियारपुर में पोस्टिंग के दौरान ही इनके खिलाफ ईओयू में शिकायत की गई थी। इसके बाद एडीजी नैयर हसनैन खान के निर्देश पर ईओयू के अधिकारी ने जब थानेदार की कुंडली खंगाली तो इंटरनल जांच में मामला सही पाया गया। इंस्पेक्टर ने अपने पद का दुरुपयोग कर खूब काली कमाई की। इसके बाद ही 29 अक्टूबर को इनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की एफआइआर नंबर 22/2021 दर्ज की गई।

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