पालीगंज में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर की बैठक, 1 नवम्बर से करेगें प्रखण्ड कार्यालय का घेराव, खेलेंगे धान की होली
पालीगंज। पालीगंज स्थानीय बाजार स्थित किसान भवन परिसर में रविवार को बिहार राज्य किसान मजदूर संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने अपनी मांगों को लेकर एक बैठक का आयोजन किया। वही किसानों ने अपनी मांगों को लेकर 1 नवम्बर को पालीगंज प्रखण्ड कार्यालय का घेराव करने व धान जलाकर होली खेलने का निर्णय लिया। जानकारी के अनुसार बैठक की अध्यक्षता विजय सिंह ने किया। मौके पर पालीगंज के प्रसिद्ध चिकित्सक सह बिहार राज्य किसान मजदूर संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक डॉ. श्यामनन्दन शर्मा ने बताया कि सरकार की गलत नीतिओ के कारण राज्य व देश में किसानों की स्थिति दयनीय होती जा रही है।
राज्य सरकार की धान खरीद की गलत योजनाओं के कारण किसानो को अपने धानों की बिक्री करने में काफी कठिनाई होगी। सरकारी योजनाओं के अनुसार नए ऑनलाइन निबंधन नियमावली के कारण अधिकांश किसान निबंधन से बंचित रह जाएंगे। जिसके कारण उनकी धान की खरीद पैक्सों द्वारा नही हो पाएगी। वही पूरे देश की कृषि ब्ययवस्था एक जैसी नही है। कुछ राज्यो में धान की कटाई शुरू हो गयी है जबकि बिहार की खेतो में अभी धान पककर तैयार भी नही हुई है। लेकिन किसानों की धान खरीद की तिथि 1 नवम्बर से 31 जनवरी तक सरकार की ओर से निर्धारित किया गया है जबकि किसानों की धान मार्च तक उनके खलिहान में ही रहते है। जिसे देखते हुए बैठक में मौजूद किसानों ने पूर्व की तरह ही निबंधन कराने व धान खरीद की समय सीमा को बढ़ाकर 31 मार्च तक किये जाने की मांग सरकार से किया है। साथ ही किसानों ने कैम्प लगाकर सभी किसानों का भूमि राजस्व सम्बन्धी रेकड़ अधतन कराने की मांग भी किया है।
इस दौरान किसानों ने 1 नवम्बर को अनुमंडल पदाधिकारी के आवास के मुख्य द्वार पर व प्रखण्ड कार्यालय पर 1 नवम्बर को धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। इसके बावजूद भी उसपर कोई कार्यवाई नही हुई तो उसके बाद एक तिथि निर्धारित कर प्रखण्ड व अनुमंडल कार्यालय के सामने पाली बिहटा मुख्य सड़क को जाम करेंगे। मौके पर पटना जिला सहकारिता विकास समन्वय समिति के महासचिव विकास कुमार सिंह, लाला भदसारा पंचायत के मुखिया अरबिंद कुमार मौर्य, दुलहिन बाजार ब्यापार मंडल अध्यक्ष शम्भू सिंह, पैक्स अध्यक्ष बबलू पांडेय, अमित कुमार, पूर्व मुखिया चन्द्रसेन वर्मा, पूर्व जिला पार्षद अशोक यादव, किसान नेता नशिबलाल यादव, रामानन्द तिवारी, राजगीर प्रसाद, ज्वाला स्वरूप और बृजमोहन शर्मा सहित अन्य किसान मौजूद थे।