आनंदपुरी फायरिंग कांड का खुलासा : सिपाही के बेटे ने चलाई थी गोली, तीन गिरफ्तार, 1.50 लाख का मिला था टेंडर
पटना। 16 सितंबर की रात राजधानी पटना के आनंदपुरी में रिटायर्ड कृषि पदाधिकारी के मकान पर हुए फायरिंग मामले में पटना पुलिस ने इस पूरे कांड का खुलासा कर दिया है। इस मामले में तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। वारदात में इस्तेमाल किए गए दोनों बाइक भी जब्त कर ली है। इनमें गोली चलाने वाला शख्स बिहार पुलिस के सिपाही का बेटा भी है। कम उम्र के इन लड़कों को जल्द से जल्द रुपए कमाने का शौक था।
फायरिंग के लिए 1.50 लाख रुपए का टेंडर
सिटी एसपी सेंट्रल अम्बरीश राहुल के अनुसार, आनंदपुरी में रिटायर्ड कृषि पदाधिकारी ललन सिंह के मकान में ख्याति कंस्ट्रक्शन के मालिक व बिल्डर राकेश सिंह उर्फ गुड्डू रहते हैं। बिल्डर को डराने और धमकाने के लिए जमीन के कारोबारी से जुड़ा बुद्धा कॉलोनी के रहने वाले रमेश के भतीजे अमित यादव ने तीनों युवकों को हायर किया था। इन्हें 1.50 लाख रुपए का टेंडर दिया गया था। आॅनलाइन पेमेंट के जरिए 68 हजार रुपए भी अपराधी के अकाउंट में ट्रांसफर किए गए थे।
सिपाही के बेटे ने ही चलाई थी गोली
गिरफ्तार अपराधियों में गोली चलाने वाला शख्स बिहार पुलिस के सिपाही मनोज पांडेय का बेटा प्रिंस पांडेय है। 17 साल से पटना में रह रहा प्रिंस 12वीं का छात्र है। जिस बाइक पर यह बैठा था, उसे मोतिहारी का रहने वाला रौशन चला रहा था। जबकि मोबाइल से वीडियो पटना में किराना दुकान चलाने वाले का बेटा अतुल ने बनाया था। गोलीबारी से पहले इन लोगों ने गाली-गलौज भी की थी। घर के बाहर तीन बार गए थे। वहां की रेकी किए थे। कम उम्र के इन लड़कों का जल्द से जल्द रुपए कमाने का शौक था।
पुलिस को दे रहे थे चकमा
वारदात के दिन अपराधियों ने कुल 5 गोलियां घर के बाहर बरसाई थी। दहशत फैलाने के बाद वहां से भागे और टेंडर देने वाले अमित को कॉल कर काम होने की जानकारी दी। सबूत के तौर पर उसे मोबाईल से बनाए वीडियो भी भेजा। जब पुलिस ने अपराधियों का कॉल डिटेल निकाला तो अमित यादव का पता चला। सीसीटीवी फुटेज और इनपुट के आधार पर पुलिस टीम इन तक पहुंची। अमित फिलहाल फरार है। इसके उपर दानापुर में भी राकेश सिंह ने काफी पहले एक एफआइआर दर्ज कराया था।