जमुई में वृद्ध की पीटकर-पीटकर हत्या, आरोपित पत्नी पर डायन का आरोप लगा करते थे मारपीट, एक महीने बाद रिश्तेदार के घर से आए थे
जमुई । जिले के खैरा थानाक्षेत्र के अरुणमाबांक गांव में शनिवार को वृद्ध की पीट-पीटकर हत्या कर दी। उनकी पहचान अरुणमाबांक के जागो पासवान (74) के रूप में हुई है।
बता दें कि जागो पासवान की पत्नी सावित्री देवी(65) पर गांव के ही खिरधर पासवान, बोढ़न पासवान, बाबूलाल पासवान सहित कई लोग डायन का आरोप लगा मारपीट करती थी।
इसे लेकर डेढ़ महीने पहले पीड़ित ने खैरा थाने में एफआईआर कराई व एसपी से भी इसकी शिकायत की थी। परिजनों का कहना है कि जागो पासवान पिछले एक महीने से अपने रिश्तेदार के घर रहते थे।
शनिवार सुबह जब वापस आए तो खिरधर पासवान, बोढ़न पासवान, बाबूलाल पासवान, मोहन पासवान, मुकेश पासवान, राहुल पासवान, गोलू कुमार, संजय, मनोज, विकास, रोहित, मैना देवी, शारदा देवी, उमा देवी, प्रियंका कुमारी, पुतुल देवी सभी परिवान को घेर लिया व लाठी-डंडा, खंती, कुदाल व टांगी आदि से मारपीट की।
घटना में किसी तरह सावित्री देवी (65) भागकर जान बचाई, जबकि उसके पति जागो पासवान (74) को मारपीट कर घायल कर दिया और उसके एक पैर को टांगी से काट दिया। अस्पताल जाते जागो पासवान की मौत हो गई। जबकि गंभीर रूप से घायल सावित्री देवी, मुन्नू कुमार, नैनसी कुमारी का इलाज चल रहा है।
एफआईआर करने के बाद से सभी आरोपी केस वापस नहीं लेने पर जान से मारने की धमकी दे रहे थे, लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी। बेटी ने बताया कि लगातार पुलिस से मदद मांगी लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया व आरोपियों की डर से पूरा परिवार पिछले एक महीने से अपने एक रिश्तेदार के यहां रह रहा था।
बेटी ने बताया कि डेढ़ महीने से पुलिस कोई कार्रवाई नहीं की जिससे आरोपियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। घटना के वक्त भी लगातार खैरा थानाध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान को कॉल किया गया लेकिन, उन्होंने कॉल नहीं उठाया व आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया। अगर पुलिस कार्रवाई करती तो उसके पिता की जान बच जाती।