February 8, 2025

बाढ़ : सड़क दुर्घटना में कपड़ा व्यवसायी की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, मचा कोहराम

बाढ़/नालंदा। नालंदा के हरनौत थाना क्षेत्र के लोहरा गांव के पास सड़क हादसे में पटना के बाढ़ अनुमंडल अंतर्गत बेलछी थाना क्षेत्र के भिखोचक गांव निवासी कृष्णा पासवान का पुत्र कपड़ा व्यवसायी मिलन पासवान (30 वर्ष) की मौत हो गई। वहीं, एक आरएमपी डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है।


घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि गांव के ही आरएमपी डॉक्टर के साथ बीते बुधवार की शाम कपड़ा व्यवसायी कहीं जाने के लिए फोर व्हीलर से निकले थे। मृतक कपड़े की दुकान बेलछी बाजार में चलाते थे। हरनौत पुलिस के द्वारा देर रात सड़क हादसे की जानकारी परिजनों को दी गई। जिसके बाद परिजन सदर अस्पताल पहुंचे। आज सुबह जब मृतक का शव बेलछी के भिखोचक गांव पहुंचा तो परिजनों के बीच कोहराम मच गया। कई महिलाएं रोते-रोते बेहोश हो जा रही थी। वहीं मौके पर मौजूद गांव की महिलाएं उन्हें संभाल रही थी। महिलाओं के कंद्रन से पूरा माहौल गमगीन हो गया। गांव के लोगों के आंखों में आंसू आ गए।


इस दौरान लोगों ने सकसोहरा-हरनौत मुख्य मार्ग को जाम कर मुआवजा के लिए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के कारण कुछ समय के लिए उक्त मार्ग पर आवागन अवरूद्ध रहा। बाद में मौके पर पहुंची जिला प्रशासन की ओर 20 हजार रूपये की राशि सौंपी गई, तब जाकर जाम समाप्त हुआ। प्रदर्शन में शामिल सकसोहरा पश्चिमी पंचायत के सरपंच सतीश पासवान ने आरएमपी डॉक्टर पर कपड़ा व्यवसायी की हत्या कर उसे दुर्घटना का रूप देने का आरोप लगाया। बताया कि मृतक ने अपने सगे-संबंधी का आॅपरेशन उक्त झोला छाप डॉक्टर से करवाया था, जो कि सफल नहीं हो पाया था। उसी वजह से दोनों के बीच लंबे अरसे से मनमुटाव चल रहा था। इसी विवाद में डॉक्टर ने कपड़ा व्यवसायी की हत्या कर दी गई और उसे दुर्घटना दिखाने की कोशिश की गई। मृतक के सिर के पीछे गंभीर चोट लगी थी, जिसकी वजह से मिलन पासवान की मौत हो गई। मृतक की चार पुत्रियां और एक पुत्र हैं।
इधर, नालंदा के हरनौत थानाध्यक्ष ने बताया कि बुधवार की देर रात दुर्घटना की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस मौके पर गई और घायल दोनों व्यक्तियों को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा। अस्पताल में डॉक्टर ने एक व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया। जबकि दूसरे व्यक्ति को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया। पॉकेट से मिले आईकार्ड के आधार पर परिजनों को सूचना दी गई। अभी तक परिजनों के द्वारा किसी भी तरह का आवेदन नहीं दिया गया है। लिखित आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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