बाढ़ : आखिरकार 14 दिन बाद जिंदगी की जंग हार गए सोनू पांडे, सीआरपीएफ में थे कार्यरत, अपराधियों ने मारी थी गोली

पटना/बाढ़। गोली लगने से गंभीर रूप ये जख्मी सीआरपीएफ में कार्यरत सोनू कुमार पांडे काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार 14 दिन बाद जिंदगी की जंग हार गए। पटना में इलाज के दौरान मौत हो गई। जब उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव बेलछी प्रखंड के सकसोहरा पहुंचा तो गांव में चहुंओर मातम पसरा गया। वे सीआरपीएफ में डालटेनगंज (झारखंड) में कार्यरत थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीते 22 जुलाई की सुबह नालंदा के हरनौत रेल कारखाना के पास सकसोहरा निवासी सोनू कुमार पांडे, पिता अरुण कुमार पांडे को अपराधियों ने गोली मार दी थी। जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान गुरूवार को घटना के 14 दिन बाद उनकी मौत की सूचना से गांव में मातम पसर गया। जब उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव सकसोहरा लाया गया तो ग्रामीणों की आंखें नम हो गई। उनकी मौत की सूचना पर उनके विभाग के पदाधिकारी भी आए हुए थे।
