जीएन पुस्तकालय सह संग्रहालय पहुंचे भू वैज्ञानिक ने किया पुरातत्वों का अवलोकन

दुल्हिन बाजार । प्रखंड क्षेत्र के भरतपुरा गांव स्थित जीएन पुस्तकालय सह संग्रहालय पहुंचकर भू वैज्ञानिक पर्यावरण विद सह हिंदी साहित्यकार ने पुरातत्वों के अलावा प्राचीन दुर्लभ पुस्तकों का अवलोकन किया।

आज भू वैज्ञानिक पर्यावरणविद सह हिंदी सहित्यकार डॉ. मेहता नगेन्द्र सिंह पटना से चलकर किसी विशेष कार्य से पालीगंज के रामनगर गांव में जा रहे थे। साथ में पटना कंकड़बाग स्थित द्वारिका महाविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व प्रोफेसर डॉ. ब्रजभूषण शर्मा मौजूद थे।

रामनगर जाने के दौरान मेहता नागेंद्र सिंह के मन में जीएन पुस्तकालय सह संग्रहालय का दौरा करने जिज्ञासा उतपन्न हुई। उन दोनों ने उसी दौरान भरतपुरा गांव स्थित गोपाल नारायण पुस्तकालय सह संग्रहालय पहुंचे। जहां उन्होंने पुस्तकालय के सचिव सह अपने दोस्त ध्रुपद नारायण सिंह से मिलकर खुश हुए।

इसके बाद उन्होंने वहां मौजूद पुरातत्वों व प्राचीन-दुर्लभ पुस्तकों का अवलोकन किया। साथ ही उन्होंने विरासत की संरक्षण कैसे हो इस पर गहन विचार करते हुए सचिव ध्रुपद नारायण सिंह के साथ वार्तालाप की व अपना सुझाव दिए।

बता दूं कि फिलहाल भू वैज्ञानिक डॉ. मेहता नगेन्द्र सिंह पर्यावरण से संबंधित हरित वसुंधरा नामक त्रैमासिक पत्रिका का सम्पादन विगत कई वर्षों से कर रहे हैं। मौके पर भूवैज्ञानिक डॉ. मेहता नगेन्द्र सिंह, प्रो. ब्रजभूषण शर्मा, सचिव ध्रुपद नारायण सिंह, कंप्यूटर ऑपरेटर सौम्या कुमारी, अर्चना कुमारी, पाठकजी के अलावे अन्य लोग मौजूद थे।

You may have missed