फुलवारीशरीफ। बिहार सैन्य पुलिस के महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडये ने कहा कि युवा पीढ़ी में बढ़ रही नशे की लत से समाज में तरह-तरह की बुराईयों ने अपने पैर जमा लिया है। जिसे दूर करने के लिए मनुष्य को नशे की लत से छुटकारा पाना होगा। शानिवार को न्यू इतबारपुर में परमार्थम सृजन संस्थान के दूसरे वर्षगांठ पर आयोजित नशामुक्त कार्यक्रम का उदघाटन करते हुये महानिदेशक ने कहा कि युवा ही नशामुक्त समाज के निर्माण में अहम भूमिका अदा कर सकते है। समाज के बुद्विजीवी वर्ग पर दायित्व हैकि नशामुक्त समाज के लिए लोगों को जागरूक करें ।उन्होने कहा कि समाज में नशे दीमक की तरह लग चुका है जो युवा पीढ़ी को खोखला करता जा रहा है। इसके सेवन से युवा पीढ़ी बर्बादी के कगार में पहुंच रही है। नशा को समाज से दूर करने से ही भलाई है।। बिहार सरकार ने नशामुक्त समाज के निर्माण के लिए कानून भी बनाया है। लोग इसका पालन जरूर करें। नशा का प्रभाव गरीब लोगों पर अधिक पडता है ।दैनिक मजदूर दिन भर की कमाई को शराब या अन्य नशीलेे पदार्थ का सेवन कर के पैस खर्च कर देते है। नशासेवन करने से मनुष्य अपना वजूद खत्म कर देता है । जब अपना वजूद ही खत्म कर देगा तो तरह तरह के अपराध में शामिल हो जायेगा। इसी मौके पर प्रदेश बीजेपी महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षया अनामिका ने कहा कि नशा के सेवन से स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ रहा। और लोगों का परिवार आर्थिक तंगी के चपेट में आ जाते हैं जिससे परिवार का क्रमिक विकास का रूक जाता है। महानिदेशक ने नशा छोडने वाले पांच लोगों को सम्मानित भी किया । इस मौके पर रत्नेश कुमार , दुर्गेश तिवारी , अर्चना लता ,राजेन्द्र मिश्र, अजय कुमार सिहं ,उदय कुमार , आशीष पांडये ,नागेन्द्र पाठक , शशि रंजन आदि उपस्थित रहे।
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