उगते सूर्य को अर्ध्य देकर छठव्रतियों ने मांगी परिवार की सुख-समृद्धि

फुलवारी शरीफ। उगा-उगा हो सुरूज देव भइल अरघा के बेर…, केलवा के पात पर उगेलन सुरूज देव… जैसे छठगीतों से भगवान सूर्य की उपासना का पवित्र पर्व सूर्यषष्ठी का समापन आज उगते सूर्य को अर्ध्य देकर किया गया। अधिकांश छठव्रतियों की रात छठघाटों पर ही गुजरी। रातभर छठ मैया के गीतों से घाट गुंजायमान रहे।
सुबह सूर्य भगवान के निकलते ही छठव्रतियों ने उन्हें अर्ध्य देकर अपने परिवार के सुख-समृद्धि की कामना की। सूर्य को अर्ध्य देने प्रखंड तालाब घाट, कड़ोरी चक तालाब घाट, खगौल लख स्थित सोन नहर घाट, गोनपुरा सूर्य मंदिर घाट अनीसाबाद माणिक चंद तालाब घाट, सिपारा में मीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान परिसर, जगदेव पथ रोड में बीएमपी तालाब परिसर , बेउर , भूसौला दानापुर जानीपुर, बग्घा टोला, चक मूसा, मुराद पुर, परसा, पुनपुन नदी घाट, ईसापुर बहादुर पुर घाट पर भी भारी भीड़ उमड़ी रही । रामकृष्ण नगर, संपत चक, बैरिया में श्रद्धालुओं ने उगते भगवान सूर्य को तालाब के किनारे विधि विधान एवं मंत्रोच्चार के साथ जल अर्पित किया गया। गौरीचक में बेलदारी चक तक के लोगों ने पुनपुन नदी घाट पर उदयाचल सूर्य को अर्ध्य दिया और वैदिक रीति से पूजा-अर्चना की। तालाब व नदी किनारे पूजा स्थल पर छठ पूजा के पारंपरिक लोक गीत गूंजते रहे।अनीसाबाद , चितकोहरा, संजय नगर, कंकड़बाग, राजा बाजार , राजीव नगर, आशियाना नगर, रूपस पुर, गोला रोड साकेत विहार समेत कई कॉलोनियों में श्रद्धालुओं ने घरों की छतों पर कृत्रिम घाट बनाकर भगवान भाष्कर को अर्ध्य दिया।

अर्ध्य देने शहर के शंकर घाट, मैरिन ड्राइव, मौलवी बांध, महामाया मंदिर, गांधीनगर छठ तालाब, गोधनपुर, संत हरकेवल मंदिर सहित सरगुजा संभाग के सूरजपुर, बिश्रामपुर, रामानुजगंज, सीतापुर, बैकुंठपुर, चिरमिरी, मनेंद्रगढ़ के छठघाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही।
वहीं दूसरी ओर बाढ़ में छठ पूजा का सही तरह से समापन हो गया।किसी तरह से कोई छिटपुट घटना नहीं हुई।