अदौली चक पुनपुन में आग लगने से चार बच्चे जिंदा जले, मचा कोहराम
फुलवारी शरीफ । कोरोना महामारी के बीच राजधानी पटना के पुनपुन अदौली चक में रेलवे लाइन किनारे चाट में बसे एक दलित परिवार की फूस की झोपड़ी में अचानक आग लगने से चार बच्चों की जलकर मौत हो गई जबकि अगलगी में पूरा घर जलकर खाक हो गया। मृतकों में 12 साल की डॉली, 8 साल की राखी, 6 साल की आरती व 4 वर्ष के अंकित कुमार शामिल हैं। इस लोमहर्षक घटना कि जानकारी मिलने पर सैंकड़ो ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई।
वही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल होने लगा है। दरअसल मृतक बच्चों के पिता द्वारिका पासवान कमाने पटना चले गए तब मां लक्ष्मीनिया देवी फूस की झोपड़ी में बाहर से ताला लगाकर कटनी करने गई थी। अगलगी में मृतकों के परिवार को सरकार ने चार चार लाख रुपये का मुआवजा व छह माह का राशन व मकान के लिए जमीन उपलब्ध कराने की घोषणा की है। घटना की जानकारी मिलने पर पहुंचे विधायक गोपाल रविदास ने दुख जताया।
ग्रामीणों ने बताया कि पछुआ हवा के जोर ने देखते ही देखते पूरे फूस की झोपड़ी को आग की लपटों ने घेर लिया। इस बीच छोटे-छोटे बच्चों ने जब झोपड़ी से बाहर निकलना चाहा तो ताला बंद रहने से बाहर नहीं निकल पाए व चारों मासूम जिंदा जल गए। इधर झोपड़ी में आग लगा देख जबतक ग्रामीण दौड़े और बुझाने का प्रयास में लगे तबतक आग ने विकराल रूप धारण कर पूरे घर को स्वाहा कर दिया था।
इधर आग लगने की जानकारी मिलने पर खेतों से दौड़ी मां जब वहां पहुंची तो घर के साथ ही चारों बच्चों की आग में जली हुई लाशें देख चीत्कार मार बेहोश हो गई। इस भीषण अगलगी में चार बच्चों की जलकर मौत की खबर सुनकर मौके पर विधायक गोपाल रविदास, अनुमंडल पदाधिकारी मसौढ़ी डीएसपी बीडीओ सीओ सहित तमाम प्रशानिक अमला और पुनपुन थाना पुलिस भी पहुंची।
विधायक गोपाल रविदास ने कहा कि सरकार ने चार चार लाख मुआवजा छह माह का राशन व मकान के लिए जमीन उपलब्ध कराने की घोषणा की है। अधिकारियों ने मौके पर ही चार लाख की मुआवजा राशि दी है। शेष राशि बाद में देने का आश्वासन दिया है।