मंडलकारा में बंदी की संदिग्ध परिस्थिति में मौत, परिजनों ने लगाया ये आरोप

खगड़िया । मद्य निषेक्ष अधिनियम के तहत गिरफ्तार एक बंदी की मंडल कारा में संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। जेल प्रशासन का कहना है कि बंदी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। जबकि बंदी के परिजन इसके लिए जेल प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। फिलहाल मृत बंदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पीएम रिपोर्ट से ही यह साफ होगा कि बंदी की मौत कैसे हुई है।

मृत बंदी की पहचान अलौली प्रखंड के बहोरबा निवासी बोधो मुखिया पिरा दुर्गु मुखिया 50 साल के रूप में की गई है। बताया गया कि बीते 5 अप्रैल को ही उसे मद्य निषेध अधिनियम के तहत जेल भेजा गया था। इसके बाद आज उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई और अस्पताल पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गई।

जेल में बंदी की मौत को लेकर परिजनों ने संदेह जताया है। उनका कहना है मौत हार्ट अटैक से नहीं, बल्कि पुलिस की लापरवाही से हुई है। जिसकी जांच होनी चाहिए। जानकारी के अनुसार पिछले तीन दिनों से दम फुल रहा था। इसके कारण शनिवार की सुबह 11 बजे अचानक ही हार्ट अटैक या फिर कोरोना से मौत हुई है। इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। बहरहाल, बंदी की मौत कैसे हुई, इसका खुलासा पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा।

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