फुलवारी विधानसभा में बोले दीपंकर : तेजस्वी की सरकार बनाना तय, बढ़ेगी पेंशन व मानदेय
फुलवारी शरीफ। भाकपा-माले के महासचिव कॉ. दीपंकर भट्टाचार्य ने फुलवारी सीट से माले उम्मीदवार गोपाल रविदास को विजयी बनाने के लिए आयोजित पलंगा हाई स्कूल प्रांगण में उमड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि राजद-कांग्रेस गठबंधन के साथ हमारी साझा रणनीति पर बेरोजगारी दूर करने, पेंशन व आशा, आंगनबाड़ी, जीविका, रसोईया, सेविका-सहायिका सहित समकक्ष कार्य करने वालों का पहले चरण में मानदेय बढ़ाया जायेगा और उसके बाद दूसरे चरण में इन्हें सरकारी नौकरी में समाहित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि एनडीए शासन में बिहार बेरोजगारी के चरम पर पहुंचा। बिहार में आज 45 प्रतिशत से अधिक बेरोजगारी है। प्रवासी मजदूरों को न तो मनरेगा में काम मिला, न ही कहीं और। नियोजित व अतिथि शिक्षकों आदि की सबसे खराब स्थिति बिहार में ही है।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन के संकल्प पत्र से एक बेहतर शुरूआत हुई है। सोशल सिक्युरिटी के तहत वृद्धा पेंशन में 1000 रूपये की बात की गई है। हालांकि यह बहुत कम है। नियोजित कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिलना चाहिए। यही कारण है कि ये सारे तबके भाजपा-जदयू के खिलाफ महागठबंधन के पक्ष में गोलबंद हो रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी अथवा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस भाषा में बात कर रहे हैं, उसे लोग पसंद नहीं कर रहे हैं। एनडीए गठबंधन टूट रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि इस बार बिहार में भाजपा ने सोचा था कि नीतीश कुमार के सर पर ठीकरा फोड़कर और लोजपा को आगे करके अपनी दाल गला लेंगे, लेकिन अकेले-अकेले ये दोनों दल बिहार में कुछ भी नहीं हैं। भाजपा न तो गठबंधन धर्म निभा सकती है, न हिंदू धर्म और न ही राजधर्म। बिहार की दुर्गति के लिए भाजपा व जदयू बराबर के जिम्मेवार हैं। सभा को माले पोलित ब्यूरो सदस्य राजा राम सिंह, प्रत्याशी गोपाल रविदास, राजद प्रखंड अध्यक्ष ध्रुव यादव सहित अन्य ने संबोधित किया। वही अध्यक्षता भाकपा माले के वरिष्ठ नेता कॉ. सरीफा मांझी व संचालन अकलू पासवान ने किया। माले के नागेश्वर पासवान, मसौढी विधायक रेखा देवी, पुनपुन राजद अध्यक्ष पप्पू सहित बड़ी संख्या में महागठबंधन के नेताओं व हजारों की तादाद में आमजनता व कार्यकर्ताओं की भीड़ मौजूद रही।