13 सितंबर को पीएम मोदी बिहार को देंगे सौगात : एलपीजी बॉटलिंग प्लांट और एलपीजी पाइपलाईन का करेंगे लोकार्पण
पटना। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर और महिला सशक्तिकरण की ओर बढ़ते बिहार के कदम के तहत पारादीप-मुजफ्फरपुर एलपीजी पाइपलाईन का दुर्गापुर-बांका सेक्शन, बांका और चंपारण स्थित एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण करेंगे। उक्त अवसर पर बिहार के राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी आदि उपस्थित रहेंगे। उक्त जानकारी शुक्रवार को इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड के सभागार में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आईओसीएल के कार्यकारी निदेशक और राज्य प्रमुख विभाष कुमार ने दी।
विभाष कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि पारादीप-मुजफ्फरपुर एलपीजी पाइपलाईन परियोजना के अंतर्गत हरसिद्धि (पूर्वी चंपारण) में एचपीसीएल के एलपीजी प्लांट के साथ दुर्गापुर-बांका क्षेत्र में इंडियन आयल के नवनिर्मित बांका एलपीजी बॉटलिंग प्लांट को पीएम नरेंद्र मोदी 13 सितंबर को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। उक्त तीनों परियोजना की लागत लगभग 711 करोड़ रूपये है। वहीं उन्होंने कहा कि अगले वर्ष मार्च तक पटना एलपीजी बॉटलिंग प्लांट भी शुरू हो जाएगा।
श्री विभाग ने बताया कि वर्तमान में आइओसीएल, एचपीसीएल और बीपीसीएल के बिहार में 13 बॉटलिंग प्लांट हैं। अप्रैल 2016 में जहां प्रतिदिन की बॉटलिंग क्षमता महज 98,000 सिलेंडर थी, जो आज 2.58 लाख सिलेंडर प्रतिदिन हो गया है। वहीं अप्रैल 2014 में वार्षिक बॉटलिंग क्षमता प्रतिवर्ष 296 लाख सिलेंडर प्रतिवर्ष से बढ़कर अगस्त 2020 तक 782 लाख प्रति सिलेंडर हो गई है। उन्होंने आगे बताया कि बिहार में 2016 में शुरू होने के बाद से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से 85.33 लाख महिला ग्राहक लाभान्वित हुई हैं। मई 2016 से ही सरकार द्वारा प्रदान किए गए 1366 करोड़ के कुल खर्च से कुल 84.91 लाख कनेक्शन प्रदान किए गए। बिहार में घरेलू एलपीजी के कुल सक्रिय उपभोक्ता अप्रैल 2014 में 51.2 लाख से बढ़कर आज 180 लाख हो गए हैं। वहीं कोरोना काल के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत बिहार में 1.42 करोड़ मुफ्त एलपीजी रिफिल उज्जवला योजना के लाभार्थियों को प्रदान किया गया, जिसके अंतर्गत 1118.7 करोड़ सीधे उपभोक्ताओं के खाते में स्थानांतरित किए गए हैं।
इस मौके पर आईओसीएल के महाप्रबंधक प्रभारी उदय कुमार, मुख्य महाप्रबंधक विनिर्माण एसके नंदी, एचपीसीएल के डीजीएम अमूल्य के दास एवं कारपोरेट कम्युनिकेशन के मुख्य प्रबंधक वीणा कुमारी आदि मौजूद थे।
एक नजर में परियोजना
बांका का एलपीजी बॉटलिंग प्लांट: 131.75 करोड़ की लागत से बना भागलपुर-हंसडीहा रोड (एसएच-19) में 40,000 सिलेंडर प्रतिदिन क्षमता वाला बॉटलिंग प्लांट से बिहार के भागलपुर, बांका, जमुई, अररिया, किशनगंज एवं कटिहार जिला तथा झारखंड के गोड्डा, देवघर, दुमका, साहिबगंज और पाकुड़ जिलों में सिलेंडर की आपूर्ति होगी। इससे लगभग 500 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का अवसर प्राप्त होगा।
चंपारण में नया एलपीजी प्लांट: 136.4 करोड़ की लागत से पूर्वी चंपारण जिले के हरसिद्धि में तैयार एलपीजी बॉटलिंग प्लांट से पूर्वी-पश्चिम चंपारण, मुजफ्फरपुर, सिवान, गोपालगंज एवं सीतामढ़ी और उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिलों में 5 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को सेवा प्रदान करेगा, साथ ही लगभग 500 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का अवसर प्राप्त होगा। इस प्लांट की क्षमता 40,000 सिलेंडर प्रतिदिन है। इसकी आधारशिला वर्ष 2018 में पीएम मोदी ने रखी थी।
दुर्गापुर-बांका खंड पाइपलाईन परियोजना: 193 किलोमीटर लंबी दुर्गापुर-बांका पाइपलाईन खंड का शिलान्यास पिछले साल फरवरी माह में प्रधानमंत्री ने किया था। यह पारादीप-मुजफ्फरपुर एलपीजी पाइपलाईन का एक हिस्सा है। इसका निर्माण 441 करोड़ रुपए की लागत से जुलाई 2020 में पूरा हुआ। इस खंड की क्षमता 2.1 मिलियन मीट्रिक टन है।